ऊना/सुशील पंडित: अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा स्पेशल लेक्चर का आयोजन किया गया। स्पेशल लेक्चर का विषय हाली के दिनों में संपन्न हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव डोनाल्डट्रम्प के राष्ट्रपतित्व के परिप्रेक्ष्य मे भारत-अमेरिका संबंध था। स्पेशल लेक्चर के मुख्य राजनीति विज्ञान के विभाग अध्यक्ष प्रोफ़ेसर सिकंदर नेगी थे। राजनीति विज्ञान के विभाग अध्यक्ष प्रोफ़ेसर सिकंदर ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव पड़ सकता है । सामाजिक परिपेक्ष में भारतीय समुदाय ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भारतीय समुदाय के साथ अच्छे संबंध बनाए थे और इस बार भी वे इसे जारी रख सकते हैं।
हालांकि, उनकी अप्रवासन नीतियों में सख्ती आ सकती है, जिससे H-1B वीजा धारकों पर असर पड़ सकता है। व्यापार: ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” नीति के तहत भारत पर आयात शुल्क बढ़ सकते हैं, जिससे भारतीय आईटी फार्मास्यूटिकल और टेक्सटाइल क्षेत्रों पर असर पड़ सकता है, हालांकि, चीन से दूरी बनाने की नीति भारत के लिए अवसर भी ला सकती है।निवेश, ट्रंप प्रशासन अमेरिकी कंपनियों को चीन से हटाकर भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता हैं। राजनीतिक रक्षा और सुरक्षा, ट्रंप प्रशासन चीन की विस्तारवादी नीतियों पर अंकुश लगाने का प्रयास करेगा, जिससे भारत को फायदा हो सकता है।
क्वॉड गठबंधन और मजबूत हो सकता है और भारत-अमेरिका रक्षा, सुरक्षा और खुफिया जानकारी साझा करने में और मजबूती आ सकती है। दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत कर सकते हैं। हालांकि, ट्रंप की अप्रत्याशित नीतियों के कारण भारत को सतर्क रहना होगा। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के उपाध्यक्ष अनीता राणा, महासचिव अंकिता मनकोटिया , सहसचिव तनु ठाकुर आदि मौजूद रहे।