ऊना \सुशील पंडित: अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा आज एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने की। सेमिनार का विषय “सूचना का अधिकार 2005” था, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रथम वर्ष की छात्रा तन्वी ने अपने विचार प्रस्तुत किए। तन्वी ने अपने वक्तव्य में सूचना का अधिकार अधिनियम के महत्व, इसके प्रावधानों और इसके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि यह अधिनियम नागरिकों को सरकारी सूचनाओं तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है।इसके अंतर्गत कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी विभाग से कोई भी जानकारी ले सकता है बस शर्त यह है की आरटीआई के तहत पूछी जाने वाली जानकारी तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए।
यानि हम किसी सरकारी विभाग से उसके विचार नही पूछ सकते. जैसे आप के ईलाके में विकास के कामो के लिए कितने पैसे खर्च हुए है और कहाँ खर्च हुए है। प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने अपने समापन भाषण में सेमिनार की सफलता पर खुशी जताई और छात्रा तन्वी की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार छात्रों को न केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक भी बनाते हैं।सेमिनार में महाविद्यालय के अन्य शिक्षकगण और छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे, जिन्होंने तन्वी के विचारों की सराहना की और इस विषय पर अपने प्रश्न भी पूछे।
इस सफल आयोजन के लिए राजनीति विज्ञान विभाग की पूरी टीम को बधाई दी गई। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के उपाध्यक्ष निखिल शर्मा, महासचिव अंकित मनकोटिया और सहसचिव दिव्यांशु शर्मा आदि मौजूद रहे।