
ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने ऊंना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उना प्रशासन पर कोरोना काल के दौरान भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप लगाए ।नेता प्रतिपक्ष की माने तो ऊंना प्रशासन के पास सरकारी गाड़ियां होने के बावजूद भी इन्होंने प्राइवेट गाड़ियां को हायर किया और उस में भी धांधली की गई । कई ऐसी गाडियां है जिनको पेमेंट की गई थी लेकिन बह चली बहुत कम थी इसके बाबजूद उन्हें ज्यादा पेमेंट किया गया । उन्होंने यह भी आरोप लगाया की टैक्सी को कराए पर लेने से पहले नॉर्म्स को भी दरकिनार करते हुए इन को हायर किया गया । उन्होंने कहा की कोरोना काल के समय मे कुछ ऐसे होटलों को भी फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई इन होटल बालों को कोरोना के समय मे बाहर से आने वाले लोगो को ठहराने के बदले लाखों रुपए का भुगतान किया गया लेकिन उनके पास कौन लोग आए कहां से आए कितने दिनों रुके इसका भी कोई डाटा उनके पास उपलब्ध नहीं है ।जबकि यह पैसे होटल में रुकने वाले व्यक्ति को खुद देना होता है लेकिन उसके बाबजूद इनको मोटा पैसा दिया गया। लेकिन इस सरकार को उनका पैसा वहन करना पड़ा है हालांकि जिला प्रशासन आनन-फानन में रिकॉर्ड को तोड़ मरोड़ कर तैयार कर रहा है उन्होंने कहा कि होटलों की जरूरत तभी पड़ती है अगर आपके पास सरकारी बिल्डिंग ना हो जबकि ऊंना में सरकारी बिल्डिंगस का स्ट्रक्चर बहुत ज्यादा है लेकिन उसके बावजूद भी उना प्रशासन ने होटलों को फायदा पहुंचाने के लिए होटलों को किराए पर लिया उन्होंने कुछ आंकड़े भी पेश किए जिनमें कोई भी रिकॉर्ड होटल वालों के पास मौजूद नहीं था उन्होंने कहा करोना काल में जो घोटाला ऊंना प्रशासन ने किया है इसकी परतें अब लगातार खुलती रहेंगी और यह अब रुकने वाला नहीं है इस घोटाले को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी उठाया जाएगा ।नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा इस घोटाले के पीछे कौन लोग हैं किसको यह फायदा पहुंचाना चाहते थे अब इसकी परते खुलने के साथ ही स्पष्ट हो पाएगा ।उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब एक डेरे की तरफ से लंगर सेवा शुरू की गई थी ,लेकिन ऊंना प्रशासन ने लंगर सेवा को रोककर एक विशेष व्यक्ति को खाने का जिम्मा देकर उससे बिल लिया और उसको भुगतान किया । उन्होंने कहा कोरोना काल में जहां लोग आर्थिक मदद प्रशासन को पहुंचा रहे थे वहीं ऊंना प्रशासन जमकर भ्रष्टाचार में लगा हुआ था।