ऊना/सुशील पंडित: अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा की एनएसएस इकाई द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय शिविर का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश ठाकुर थे। कार्यक्रम की शुरुआत एनएसएस के ध्वजारोहण से हुई, जिसे डॉ. रमेश ठाकुर ने किया। इसके बाद एनएसएस के स्वयंसेवियों ने परेड और गार्ड ऑफ ऑनर की शानदार प्रस्तुति दी। एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने शिविर के उद्देश्य और इसकी थीम “युवा मेरे भारत के लिए, युवा डिजिटल साक्षरता के लिए” पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि इस शिविर के दौरान स्वयंसेवियों द्वारा पर्यावरण जागरूकता, सड़क सुरक्षा, मतदान जागरूकता, नशा निवारण, डिजिटल इंडिया, स्वच्छता, कोविड-19, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, साइबर सुरक्षा, एड्स जागरूकता, और श्रमदान जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इस शिविर का उद्देश्य युवाओं को सामाजिक जिम्मेदारी और डिजिटल साक्षरता से जोड़ा जाना है। कार्यक्रम में एनएसएस वालंटियर दिव्यांशु शर्मा ने “युवा मेरे भारत के लिए, युवा डिजिटल साक्षरता के लिए” पर अपने विचार प्रस्तुत किए। शिविर के पहले दिन एनएसएस स्वयंसेवियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें शिवानी और श्वेता का ग्रुप डांस, सोनाक्षी और तमन्ना का गिद्दा, तथा नीलम और अंकिता ठाकुर का पहाड़ी नृत्य दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
दूसरे सत्र में शिविर की गतिविधियों और कार्यक्रम पर अभिमुखीकरण सत्र और बातचीत सत्र आयोजित किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश ठाकुर ने कहा कि एनएसएस युवा शक्ति के व्यक्तित्व विकास और चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ता है, जिससे उनकी कार्य क्षमता में गुणात्मक वृद्धि होती है।इस अवसर पर डॉ. विनोद कुमार, राहुल शर्मा, एनएसएस के प्रधान गौरव, उपप्रधान शुभम शर्मा, एनएसएस कैप्टन तीक्ष्ण और अन्य उपस्थित थे।