
सरकारी भूमि से काटे खैर के मोच्छे देने थे किसी ठेकेदार को,एक माह पूर्व हुआ है अवैध कटान
जिला फॉरेस्ट अधिकारी सुशील राणा को मिली थी गुप्त सूचना, फॉरेस्ट टीम ने दी दविश
ऊना/सुशील पंडित : जिला ऊना के बंगाणा क्षेत्र के बीहडू की ग्राम पंचायत डैहन में सरकारी भूमि से अवैध रूप से खैर के पेड़ काटने का मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर 13 खैर के मोच्छे (लकड़ी के टुकड़े) कब्जे में ले लिए हैं। यह अवैध कटान एक ठेकेदार के लिए किया गया था, जिस पर पहले भी कई बार अवैध कटान के मामले दर्ज हो चुके हैं। वन विभाग के डीएफओ ऊना सुशील राणा को इस अवैध कटान की गुप्त सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत कार्रवाई के निर्देश जारी किए और मौके पर वन विभाग की एक विशेष टीम भेजी। इस टीम में रेंज ऑफिसर, डिप्टी रेंज ऑफिसर और पांच वन गार्ड शामिल थे। मौके पर पहुंचकर टीम ने जांच की तो पाया कि जंगल से अवैध रूप से खैर के पेड़ काटे गए थे, जिनके 13 मोच्छे बरामद किए गए।

वन विभाग ने इन मोच्छों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह अवैध कटान एक ठेकेदार को देने के लिए किया गया था। यह ठेकेदार पहले भी कई बार अवैध कटान के मामलों में संलिप्त पाया गया है। वन विभाग की टीम अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि इस अवैध कटान के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और इसकी योजना कैसे बनाई गई थी। डीएफओ ऊना सुशील राणा ने कहा कि अवैध रूप से पेड़ों की कटाई करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि से अवैध रूप से लकड़ी काटना न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि इससे पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान होता है। वन विभाग की टीम इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोग भी अवैध कटान रोकने में दें सहयोग
वन विभाग ऊना और रेंज बंगाणा और खुरबाई ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि अगर उन्हें कहीं भी जंगलों में अवैध कटान की गतिविधि होती दिखे, तो तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दें। स्थानीय समुदाय की भागीदारी से ही इस तरह के अवैध कार्यों को रोका जा सकता है। विभाग ने चेतावनी दी है कि जंगलों में अवैध रूप से लकड़ी काटने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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