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गुरू रामपुरी महाराज ने उन्हे दिलाई समाधि
उनके अचानक निधन से बीबीएन में शोक की लहर
बद्दी/सचिन बंसल: किशन पूरा मंदिर के महंत एवं महामंडलेश्वर स्वामी वीर पूरी महाराज का आकस्मिक वीरवार सुबह तड़के चार बचे निधन हो गया। वीरपुर महाराज 48 वर्ष के थे। वीरपुरी महाराज 2 फरवरी को परागराज कुंभ से लौटे थे। उसके बाद से बिमार चल रहे थे। पिछले एक सप्ताह से उनकी हालत ज्यादा खराब होने से उन्हें पंजाब के पटियाला के एक निजी अस्पातल में भर्ती थे। उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। वीरवार सुबर चार बजे उन्हें अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर किशनपुरा उनके निवास स्थान पर लाया गया।
जहां पर उनके गुरू संघोली के रामपुरी महाराज ने उन्हें समाधी दिलाई। उनके अंतिम संस्कार के दौरान धनराज गिरि, मृत्यंजय पुरी, मान गिरी, बलविंद्र गिरी, विजय पुरी, रतन पुरी, हरमेल पुरी, पंचायत प्रधान सुरजन सैणी, पूर्व प्रधान ईश्वर ठाकुर, बलजीत नेगी, कृष्ण कौशल, आदित्य चड्ढा, धर्मपाल माडू, शिवराम , हरदीप ठाकुर समेत बीबीएन के दर्जनों लोगों ने भाग लिया। बाबा के निधन से बीबीएन में शोक को लहर दौड गई है। एक महान विभूति का इस प्रकार अचानक चले जाने से क्षेत्र के लोगों के लिए लिए बहुत बड़ी क्षति है।