
अम्ब/सुशील पंडित: ग्राम पंचायत हम्बोली के बहेड़ी गांव में चल रही श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन रविवार को कथा वाचक कृषण कन्हैया जोशी ने भक्तों को भगवान वामन अवतार व समुन्द्र मंथन का प्रसंग सुनाया। इस मौके पर समाजसेवी एवं कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष सुदर्शन सिंह बबलू भी कथा सुनने पहुंचे। इस दौरान कमेटी सदस्यों की ओर से बबलू को सरोपा देकर सम्मानित किया गया।
कथा वाचक कृषण कन्हैया जोशी ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का नाश हो जाता है। हमें भागवत कथा सुनने के साथ साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि, वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ तथा अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता और यह धनसंपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करों। उन्होंने कहा कि अहंकार, गर्व, घृणा और ईषर्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। ईषर्यालू व्यक्ति अपने जीवन में कभी तरक्की नहीं कर सकता।
जोशी जी ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को भगवान सूर्य, वायु, नदियों, बादलों व वृक्षों इत्यादि से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने व्याख्या करते हुए बताया कि भगवान सूर्य बिना किसी भेदभाव के सृष्टि के सभी प्राणियों को अपना प्रकाश देते हैं। वायु सभी जीवों में प्राणों का संचार करती है। बादल परोपकार के लिए गरजते हुए वर्षा करते है, नदियां किसी से नहीं पूछती कि तुम मेरा जल क्यों पीते हो और वृक्ष भी किसी व्यक्ति से यह नहीं पूछते कि तुम मेरे फल क्यों तोड़ते हो, लेकिन स्वार्थी मानव ईष्र्यालू होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अपना उद्धार करना चाहते हो तो परोपकार में अपना जीवन लगाओ, जिससे तुम्हारा कल्याण होगा।
इस मौके पर अधिवक्ता विकास कश्यप, सीता राम, रकेश सोनी, संजू, जंगम, शम्भू नाथ लट्ठ, मास्टर सुरेन्द्र पाल, दिलवाग सिंह, रत्तन चंद, मास्टर अनिल कुमार, मास्टर अश्वनी सहित पंडाल में कथा को सुनने के लिए भारी संख्या में गांव के लोग उपस्थित रहे।