
ऊना/सुशील पंडित : हिमाचल के लोग लालच में फंसकर प्रतिवर्ष सैकड़ों करोड़ रूपए ठगी में गंवा रहे हैं। अब अरनियाला के एक परिवार को 17 लाख 68 लाख रूपए की चपत लगी है। ऊना से सटे अरनियाला गांव निवासी सर्वजोत सिंह पुत्र किशन सिंह ने एक फेसबुक ग्रुप ज्वाइन किया था। ग्रुप का नाम बड़ा सुभावना था। सर्वजोत ने “जॉब ग्रुप यूएसए” में अमेरिका में नौकरी का विजापन देखा। लालच में आकर उसने विजापन देने वालों से संपर्क कर लिया। उन्होंने सर्वजोत को अमेरिका में नौकरी का झांसा देकर 17 लाख 68 लाख तीन सौ तिहत्तर रुपए अपने बताए खाते में डलवा लिए।
उसके बाद उन्होंने सर्वजोत का फोन उठाना बंद कर दिया। सर्वजोत फेसबुक या इंटरनेट की दुनिया को जानता था। उसके बावजूद लालच में आकर अपने परिवार की जमापूंजि को अनजान लोगों के हाथ सौंप दिया। जब उसे समझ आया कि उसके साथ तो ठगी हो चुकी है तो उसने सदर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। अब पुलिस की साइबर क्राइम टीम इस मामले की जांच कर रही है। हिमाचल में जोर पकड़ती ऑनलाइन ठगी के इतने मामले आ रहे हैं कि पुलिस जल्द जांच करने में असमर्थ दिखाई दे रही है। इसलिए सावधानी में ही समझ है। किसी भी दूर बैठे व्यक्ति पर विश्वास न करें। जो मार्केट के उलट अधिक फायदे की बात करे तो उसकी पूरी जांच करें। जबतक तसल्ली न हो तबतक अपना पैसा किसी को न दें।
इससे पहले हिमाचल के हजारों परिवार क्रिप्टो करंसी के चक्कर में हजारों करोड़ रूपए गंवा चुके हैं। क्रिप्टो करंसी ठगी के शिकार लोगों में कई मंत्री विधायकों की गिनती भी होती है। अर्थात पढ़े लिखे लोग भी अपने लालच को काबू नहीं कर पा रहे हैं।