
ऊना/सुशील पंडित: जिला परिषद सभागार में आज शिक्षा में सामुदायिक सहभागिता तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिला परिषद ऊना की अध्यक्षा नीलम कुमारी ने की। कार्यक्रम में शिक्षा खंड ऊना के ग्राम पंचायत प्रधानों, उपप्रधानों, विद्यालय प्रबंधन समितियों के अध्यक्षों व सदस्यों ने भाग लिया।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी ने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता सामाजिक सहभागिता से ही संभव है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बदलाव देखने को मिलेंगे जिसमें आम जनमानस विशेषकर जन प्रतिनिधियों की भूमिका भी अहम होगी।
इस मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा ने भी अपने अनुभव सांझा किए और एसएमसी सदस्यों व पंचायत प्रतिनिधियों को शिक्षा सुधारों में अपनी सहभागिता दर्ज करने के लिए प्रेरित किया।
जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा देवेन्द्र सिंह चैहान ने समग्र शिक्षा के तहत प्रति वर्ष मिलने वाली ग्रांट्स के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यालय प्रबंधन समिति इन ग्रांट्स का समय पर समुचित प्रयोग करें ताकि विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं सुदृढ़ हो सकें।
इसके अलावा जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता मनीश पटयाल ने भी अपने विचार रखे और प्री-प्राईमरी समन्वयक मीना शर्मा ने प्री-प्राईमरी स्कूलों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी। आपदा प्रबंधन समन्वयक संजीव ठाकुर ने खेल खेल में शिक्षा के उद्देश्य से सरकार द्वारा आरंभ किए गए इंडिया टोय फेयर के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर बीपीओ सोमपाल धीमान, किशोरी लाल, सुरिन्द्र मोहन, सतपाल सैणी, प्रवेश शर्मा, बीआरसीसी अश्वनी कुमार व नीरज शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।