
शिमला/सुशील पंडितः आज देश भर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरदार पटेल की 145 वी जयंती पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुए व पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलाई।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर रिज मैदान स्थित उनकी प्रतिमा के सामने पुण्य पुष्प अर्पित किए। आज महाऋषि वाल्मीकि जयंती भी मनाई जा रही है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि आज पटेल की जयन्ती, पूर्व प्रधानमंत्री स्व इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि के साथ वाल्मीकि जयंती भी है। इन तीनो महान विभूतियों को स्मरण करने का दिन है। उनके विचारों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का अवसर है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने आतंकवाद के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी व अपने जीवन का बलिदान राष्ट्र के लिए दे दिया।
लौहपुरुष बल्लभभाई पटेल देश के गृह मंत्री रहे जिन्होंने अलग-अलग रियासतों को एक साथ लाने का कठिन काम किया। पटेल ने भारत की 562 से ज्यादा रियासतों को एकसूत्र में बांधा।स्वतंत्र भारत को सुदृढ़ करने में बल्लभ भाई पटेल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके योगदान को प्रधानमंत्री मोदी ने समझा और गुजरात में पटेल की भव्य मूर्ति बनवाई जिसमे देश के सभी किसानों ने अपना योगदान दिया।
पटेल ने देश 562 रियासतों को इकट्ठा करके एक राष्ट्र भारत का निर्माण करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में बांधने के लिए जो काम किया उसको देखते हुए मोदी सरकार ने पटेल की जयन्ती एकता दिवस के रूप के मनाने का निर्णय लिया। तब से आज के दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप मनाया जा रहा है।