ऊना/ सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक चीफ इंजीनियर बिमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर मांग उठ रही है कि इसकी सीबीआई जांच कराई जाए। कुटलैहड़ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक दविंदर भुट्टो ने बंगाणा में मीडिया से इस घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि जब तक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच नहीं होगी, तब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी। दविंदर भुट्टो ने कहा कि चीफ ई बिमल नेगी की मौत कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने आशंका जताई कि यह कोई सामान्य घटना नहीं हो सकती, बल्कि इसके पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र हो सकता है। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच ही मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है।
भुट्टो ने कहा कि जब चीफ ई बिमल नेगी के परिवार ने भी इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रही है तो राज्य की सुक्खू सरकार सीबीआई जांच की मांग से क्यों भाग रही है। इसका मतलब साफ है कि चीफ ई बिमल नेगी की अकस्मात मृत्यु पर कोई बड़ा प्रश्न है और सुक्खू सरकार अधिकारियों एवं अन्य आरोपियों को बचाने की फिराक में है। भाजपा नेता भुट्टो ने कहा कि बिमल नेगी की मौत के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए मामले को सीबीआई को सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति की मौत का मामला नहीं, बल्कि न्याय और पारदर्शिता की परीक्षा भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक (जीएम) विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु ने प्रदेश में एक गंभीर बहस को जन्म दिया है। परिवार और जनता की सीबीआई जांच की मांग के बावजूद, राज्य सरकार की प्रतिक्रिया ने कई सवाल खड़े किए हैं। भुट्टो ने कहा कि 10 मार्च 2025 को विमल नेगी के लापता होने की सूचना मिली थी।
लगभग एक सप्ताह बाद, उनका शव बिलासपुर जिले में गोविंद सागर झील से बरामद हुआ। परिजनों ने आरोप लगाए है कि बिमल नेगी पर उच्च अधिकारियों द्वारा अनैतिक दबाव डाला जा रहा था, जिससे वे मानसिक तनाव में थे। उनकी पत्नी किरण नेगी ने दावा किया था कि अधिकारियों ने मेरे पति बिमल नेगी पर कुछ फाइलों पर जबरन हस्ताक्षर कराने का दबाव बनाया था, जो संभवत उनकी मृत्यु का कारण बना। दविंदर भुट्टो ने कहा कि चीफ ई बिमल नेगी के परिजनों और एचपीपीसीएल कर्मचारियों ने शिमला स्थित कॉरपोरेशन मुख्यालय के बाहर शव के साथ प्रदर्शन किया था। जिसमें सीबीआई जांच की मांग की गई थी।भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम एवं विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई थी।
यह कहते हुए कि सरकार का रवैया हैरान करने वाला है और निष्पक्ष जांच आवश्यक है। भुट्टो ने कहा कि चीफ ई विमल नेगी की संदिग्ध मृत्यु ने प्रदेश में प्रशासनिक प्रक्रियाओं, पारदर्शिता, और न्यायिक प्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाए हैं। परिवार और जनता की सीबीआई जांच की मांग को गंभीरता से लेते हुए, सरकार को निष्पक्ष और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जा सके। यह कदम न केवल न्याय के लिए आवश्यक है, बल्कि जनता के विश्वास को बहाल करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस मौके पर कुटलैहड़ भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेंद्र मलांगड़,राज कुमार वर्मा,सूरम सिंह,सतीश धीमान,राजेंद्र ठाकुर आदि गणमान्य मौजूद रहे।