
ऊना/ सुशील पंडित : उत्तरी भारत के प्रसिद्ध डेरा बाबा रूद्रानंद धाम के संस्थापक श्री श्री 1008 गुरु श्री श्री 1008 स्वामी सुग्रीवानंद जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर उनका अस्थि विसर्जन हरिद्वार में गंगा तट पर संपन्न हुआ। इस दौरान क्षेत्र के विधायक विवेक शर्मा,सम्मानित संतों, श्रद्धालुओं और अनुयायियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। \ आचार्य हेमानंद जी ने गंगा स्नान कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और गुरु महाराज जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। स्वामी सुग्रीवानंद जी महाराज एक सच्चे संत थे, जिन्होंने समाज को सत्य, अहिंसा और भक्ति का मार्ग दिखाया। उनका जीवन मानवता की सेवा और आध्यात्मिक के लिए समर्पित रहा।

उनकी शिक्षाएं हमेशा समाज को दिशा देती रहेंगी। स्वामी सुग्रीव नंद जी महाराज के आशीर्वाद से लाखों लोगों का जीवन बदला है और उनके आदर्शों पर चलकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। डेरा बाबा रूद्रानंद धाम के आचार्य हेमानंद जी ने विशेष अनुष्ठान किया और स्वामी सुग्रीवानंद जी की पावन स्मृतियों को नमन किया। स्वामी जी ने जो मार्ग प्रशस्त किया है, हम उसी मार्ग पर चलते हुए समाज कल्याण और आध्यात्मिक जागरण का कार्य करते रहेंगे। गंगा तट पर हुए इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। हर-हर गंगे और गुरु महाराज अमर रहें के जयघोष के बीच विधि-विधान से अस्थि विसर्जन संपन्न हुआ। स्वामी जी के अनुयायियों ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी और उनकी शिक्षाओं को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
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