
ऊना/सुशील पंडित: शुक्रवार को विधानसभा के बाहर जो लोकतंत्र की आवाज को दबाने के लिए मर्यादाओं को विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा तोड़ा गया। बहुत ही निंदनीय कदम घटना है। विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष जैसे पदों पर शालीन लोगों को बिठाया जाता है। जो जनप्रतिनिधियों की बात को शालीनता से सुनकर चर्चा करते करवाते हैं। लेकिन जो कल विधानसभा के बाहर विधानसभा उपाध्यक्ष ने गुंडाराज दिखाया उससे स्पष्ट हो गया कि जयराम सरकार ने लोकतंत्र को दबाने का मन बनाया हुआ है। ऊना ब्लॉक कांग्रेस महासचिव शिव कुमार ने कहा कि राज्यपाल द्वारा आधा-अधूरा अभिभाषण पढ़ना और मंहगाई, किसान बिल, पैट्रोल-डीजल कीमतों में वृद्धि, घरेलू गैस की कीमत में वृद्धि और बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों को बोलने की बजाय राज्यपाल सरकार के दबाव में आधा-अधूरा अभिभाषण पढ़कर ही विधानसभा से निकल गए। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार प्रदेश की जनता की आवाज को दबाने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार करने को उतावली हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा दुस्साहस करके प्रदेश में गलत परम्परा को जन्म दिया है और विस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद की गरिमा को लज्जित किया है। कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज पूरे जोर से उठती रहेगी चाहे जयराम सरकार कोई भी करवाती रहे। उन्होंने कहा कि विधानसभा के बाहर प्रदर्शन पर निलंबन करना क्या ठीक है —? क्या प्रदेश की जनता से संबंधित मुद्दों पर राज्यपाल द्वारा आधा-अधूरा अभिभाषण छोड़कर भागना क्या ठीक है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने जनप्रतिनिधियों के साथ अगर इस प्रकार बदसलूकी बन्द नहीं की तो प्रदेश में कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन करेगी और मौजूदा घटना के लिए सरकार माफी मांगे।