जिला ऊना में तीसरी लहर के लिए 381 ऑक्सीजन युक्त बैड उपलब्ध होंगे
ऊना/सुशील पंडित: जिला ऊना में कोरोना की पहली लहर के दौरान जहां 30 ऑक्सीजन युक्त बैड थे, वहीं तीसरी संभावित लहर के लिए 381 ऑक्सीजन युक्त बैड उपलब्ध होंगे। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज बताया कि डीसीएचसी हरोली में 50, पालकवाह में 111, पंडोगा में 140 तथा बाथू में 80 ऑक्सीजन युक्त बैड की क्षमता तैयार हो रही है। इसके अतिरिक्त निकट भविष्य में गगरेट अस्पताल में 20, अंब में 30 तथा बंगाणा में 10 ऑक्सीजन युक्त बैड उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्तर तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध होंगे, ताकि कोरोना वायरस का दृढ़ता के साथ मुकाबला किया जा सके।
राघव शर्मा ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में विशेष रूप से बच्चों के लिए 30 बैड तैयार किए जा रहे हैं तथा इन्हें 15 अगस्त तक बनाकर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, जिनमें निकू की सुविधा भी होगी। आवश्यकता हुई तो बच्चों के लिए अतिरिक्त बैड उपलब्ध करवाने के लिए निजी अस्पतालों की भी सहायता ली जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला में कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य भी जारी है। जिला में पहली लहर के समय एक भी ऑक्सीजन प्लांट नहीं था, लेकिन अब 5 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। पालकवाह में 500 एलपीएम का प्लांट लगभग तैयार है तथा यहां पर डीजी सेट लगना बाकी है। हरोली में 500 एलपीएम व क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में 1000 एलपीएम क्षमता का प्लांट निर्माणाधीन है। इसके अतिरिक्त पंडोगा में प्रदेश सरकार से स्वीकृति 1500 एलपीएम क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं अंब में भी 500 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट प्रस्तावित है।
पालकवाह में बनेगी आरटी-पीसीआर लैब
जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि पालकवाह में आरटी-पीसीआर लैब बनाने को स्वीकृति मिल गई है। उन्होंने कहा कि इस लैब को स्थापित करने के ले-आउट तैयार है तथा टेंडर लगाने की प्रकिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
कोविड दिशा-निर्देश मानें
उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि तीसरी लहर से बचने के लिए सभी जिलावासी कोविड दिशा-निर्देशों को मानें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें तथा उचित दूरी का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि कोविड के मामलों का पता लगाने के लिए निरंतर टेस्टिंग की जा रही है। सभी टेस्टिंग में भी सहयोग करें।