लाहौल-स्पीतिः पहाड़ी क्षेत्रोें में बर्फबारी शुरू हो गई है। वहीं हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी ने सर्दी को और बढ़ा दिया है। खासकर लाहौल-स्पीति की पहाड़ियों पर बर्फबारी के कारण सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है, जिससे यहां पर गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने लाहौल-स्पीति के कुछ जोखिमपूर्ण रास्तों को बंद करने का आदेश दिया है।
डीसी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लाहौल-स्पीति के अध्यक्ष राहुल कुमार ने 7 दिसम्बर से अगले साल गर्मियों तक दारचा-सरचू एनएच-03 और दारचा-शिंकुला सड़कों पर यातायात को पूरी तरह से बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब इन सड़कों पर दोनों तरफ से गाड़ियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
डीसी राहुल कुमार ने बताया कि अत्यधिक ठंड के कारण बारालाचा टॉप और शिंकुला टॉप दर्रे पर सड़क पर ब्लैक स्नो जमने की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे जोखिम भी बढ़ गया है, ऐसे में यात्रियों के फंसने और आपदा की घटनाओं को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि इन आदेशों का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन एक्ट तहत कड़ी सजा का प्रावधान है। इसमें एक साल तक का कारावास, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। इसलिए उन्होंने किसी को भी वहां न जाने की सलाह दी है।