
कैथलः हरियाणा के कैथल में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई करनी शुरू दी है। जिसके चलते ट्रैफिक प्रशासनिक अधिकारी का यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर चालान काट दिया। दरअसल, करनाल रोड पर ढांड के तहसीलदार अचिन रेलवे फाटक पर लंबी कतार देखकर रॉन्ग साइड से निकलने लगे, मगर ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें मौके पर ही रोक लिया और उनकी गाड़ी का चालान काट दिया। हालांकि तहसीलदार ने परिचय दिया, रसूख दिखाने की कोशिश की, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने उनकी एक न सुनी और मौके पर ही 500 रुपये का चालान काटकर रसीद तहसीलदार के हाथ में थमा दी। पुलिस ने साफ कह दिया कि कानून सबके लिए बराबर हैं!
तहसीलदार अचिन अपनी निजी गाड़ी में लघु सचिवालय कैथल जा रहे थे। करीब 10:30 बजे जब वे रेलवे फाटक पर पहुंचे, तो वहां पहले से लगी गाड़ियों की लंबी लाइन देखकर उन्होंने ‘शॉर्टकट’ अपनाने की सोची, इस पर पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ तहसीलदार की गाड़ी रोकी, बल्कि चालान भी काट दिया। तहसीलदार ने पुलिस टीम को अपना ओहदा बताया, लेकिन पुलिस अपनी ड्यूटी से टस से मस नहीं हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उन्होंने दबाव बनाने की कोशिश भी की, लेकिन ट्रैफिक पुलिस नियमों के पालन पर अडिग रही। अंततः तहसीलदार को चालान भरना पड़ा, तब जाकर उनकी गाड़ी छोड़ी गई।
कैथल में रेलवे फाटक पर अकसर लोग रॉन्ग साइड से निकलने की कोशिश करते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है और हादसों का खतरा बढ़ता है। ट्रैफिक एसएचओ राजकुमार राणा ने कहा कि रेलवे फाटक पर नियम तोड़ने से हादसे बढ़ रहे हैं। इसलिए पुलिस इस इलाके में सख्त निगरानी कर रही है। कानून सबके लिए समान है, चाहे कोई भी हो। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा करें। कैथल ट्रैफिक पुलिस पहले भी रसूखदारों पर कार्रवाई कर चुकी है। कुछ समय पहले ट्रैफिक एसएचओ राजकुमार राणा ने सीआईडी डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज के बेटे का 17 हजार रुपये का चालान काटा था, जिससे पुलिस विभाग में खलबली मच गई थी। इस मामले में एसएचओ और एक सब-इंस्पेक्टर के बीच बहस तक हो गई थी।