Golden Temple में सुखबीर बादल पर हुए हमले को लेकर CM ने DGP को दिए निर्देश
मोहालीः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज जहां पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले को तुरंत नाकाम करने के लिए पंजाब पुलिस की सराहना की। वहीं उन्होंने एयरपोर्ट रोड पर 5 करोड़ रुपये की लागत वाले ‘निशान-ए-इंकलाब’ प्लाज़ा का उद्घाटन करके लोकार्पित किया। सीएम मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह की 30 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा युवाओं को देश सेवा के लिए प्रेरित करेगी। सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों से मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में से किसी ने भी इस हवाई अड्डे का नाम महान शहीद के नाम पर रखने की कोशिश नहीं की, लेकिन पदभार संभालने के बाद उनकी सरकार ने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी। सीएम मान ने कहा कि इस महान शहीद को सिर्फ उनके शहीदी दिवस (23 मार्च) या जन्मदिन (28 सितंबर) पर ही याद नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि हर पल याद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्लाज़ा हमारी युवा पीढ़ियों को महान शहीद के नक्शे-कदमों पर चलने और देश की सेवा करने के लिए हमेशा प्रेरित करेगा। भगवंत मान ने आशा व्यक्त की कि यह प्लाज़ा इस महान शहीद के योगदान से अवगत कराकर देश-विदेश से आने वाले मुसाफिरों के लिए मार्गदर्शक साबित होगा।
दूसरी ओर अमृतसर के गोल्डन टैंपल में सुखबीर बादल पर हुए हमले को लेकर सीएम मान ने कहा कि जिन्होंने राज्य को बदनाम करने की गहरी साजिश की है उन्हें सफल नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब जैसे पवित्र स्थान पर ऐसे घृणित कृत्य के लिए कोई स्थान नहीं है। सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अलावा करीब 175 पुलिसकर्मियों को पहले से ही तैनात किया हुआ है।
उन्होंने कहा कि वह पूरी घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और पुलिस अधिकारियों को समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने पहले ही डीजीपी को इस मामले की गहराई से जांच करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, पीरों-फकीरों, संतों-महापुरुषों और शहीदों की भूमि है, जो हमेशा ही सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी मेलजोल के लिए एक मिसाल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और सरकार किसी को भी इस तरह की हरकत करने की इजाजत नहीं देगी।