
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण आम लोग वैसे ही आर्थिक संकट से जूझ रही है। ऊपर से महंगी हो रही हरी सब्जियों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। पहले हरी सब्जी की कीमत बढ़ने पर लोग आलू से काम चलाते थे, परंतु अभी आलू और प्याज की कीमतों में भी आग लगी हुई है। उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक शनिवार को जारी आलू, प्याज और टमाटर की खुदरा कीमतों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि महंगाई की पिच पर अभी इनकी दौड़ रुकने वाली नहीं है, लेकिन लोग हांफने लगे हैं।

थोक मार्केट में 5 अक्टूबर को आलू 2000 से लेकर 6000 रुपए प्रति क्विंटल बिका। वहीं फुटकर रेट की बात करें तो 27 रुपए से 60 रुपए किलो बिक रहा। वहीं प्याज करीब तीन गुना महंगा हो चुका है। वेबसाइट के मुताबिक देश में जम्मू से लेकर कन्याकुमारी और सूरत से लेकर गुवाहटी तक फुटकर में आलू 27 से 60, प्याज 19 से 70 और टमाटर 10 से 100 रुपए के बीच बिक रहा है।
इंदौर में प्याज का थोक भाव 1500 रुपए क्विंटल यानी 15 रुपए किलो बिका। वहीं नासिक में प्याज 2533 रुपए क्विंटल था। पटना, पूर्णिया, दरभंगा में जहां प्याज 3200 से 3300 रुपए क्विंटल बिका तो वहीं लखनऊ, दिल्ली, जयपुर, आगरा में प्याज का थोक भाव 3160 से 2200 के बीच रहा। थोक में सबसे महंगा प्याज आइजोल और पोर्ट ब्लेयर में 6000 रुपए प्रति क्विंटल है। वहीं सबसे सस्ता इंदौर में 1500 रुपए क्विंटल।
अगर आलू के थोक रेट की बात करें तो उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक 5 अक्टूबर को आलू 2000 से लेकर 6000 रुपए प्रति क्विंटल बिका। हल्द्वानी में आलू का थोक भाव जहां 30 रुपए प्रति किलो है तो वहीं इंदौर में केवल 21 रुपए। आईजोल में आलू देशभर में सबसे महंगा 60 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, वह भी थोक मंडी में।