नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस संबंध में ट्वीट करके जानकारी दी है। सीएम ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सभी प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन क्लास होगी। छात्र-छात्राओं को स्कूल नहीं जाना होगा। अगले निर्देश तक दिल्ली के प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी। दिल्ली की एयर क्वालिटी काफी खराब स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली का एक्यूआई लेवल वीरवार को 400 के पार पहुंच गया।
प्रदूषण के इस स्तर को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 15 नवंबर से ग्रेप-3 लागू करने का फैसला किया है। इससे निर्माण से संबंधित कामों को प्रदूषण नियंत्रण में आने तक बंद रहेगा। बिल्डिंग और इमारतों में तोड़फोड़, खनन से जुड़ी सभी प्रकार की गतिविधियां ठप रहेंगी। इसी बीच सरकार ने दिल्ली के प्राथमिक विद्यालय बंद रखने और ऑनलाइन मोड में कक्षाएं चलाने का फैसला लिया गया है। दिल्ली में जिस तरह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, इसी वजह से सरकार ने ये फैसला लिया है।
दिल्ली की सीएम आतिशी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि बढ़ते प्रदूषण के स्तर के कारण, दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय अगले निर्देश तक ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करेंगे। दिल्ली में बीते दो दिनों में प्रदूषण का स्तर सबसे खराब कैटेगरी से सिवियर कैटेगरी में चला गया है। इसी को देखते हुए वीरवार को दिल्ली सरकार ने ग्रीन वॉर रूम में पर्यावरण वैज्ञानिकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सभी सम्बंधित विभागों को ग्रेप-3 दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
गोपाल राय ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन करवाकर दिल्ली के प्रदूषण को रोकने में सफल हों। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए समर एक्शन प्लान और विंटर एक्शन प्लान बनाया है। अगर दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करना है तो केंद्र सरकार को एनसीआर और अन्य राज्यों के साथ मिलकर एक संयुक्त एक्शन प्लान बनाना होगा। उसे कड़ाई के साथ लागू करना होगा और सबको अपने हिस्से के प्रदूषण को नियंत्रित करना पड़ेगा।