भिवानी। कोरोना काल में जान जोखिम में डाल कर जनसेवा कर अपनी साख़ सुधारने वाली खाखी पर फिर से सवाल उठने शुरू हो गए हैं। ताज़ा मामला भिवानी का है जहां एक व्यक्ति ने रेल के निचे कट कर जान दे दी. परिजनों का आरोप है कि मृतक ने रोहतक पुलिस के टॉर्चर व ख़ौफ़ से ख़ुदकुशी की है। फ़िलहाल रेलवे पुलिस ने रोहतक CIA-3 के ख़िलाफ़ पर्चा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि कलिंगा गांव निवासी 37 वर्षिय संजय कबाड़ की फेरी लगाता था। मंगलवार सुबह संजय का शव भिवानी में लोहारू फाटक के पास रेलगाड़ी के निचे आने से दो हिस्सों में कटा हुआ मिला. सूचना पाकर परिजन मौक़े पर पहुंचे और रेलवे पुलिस को सूचना दी गई. रेलवे पुलिस ने शव क़ब्ज़े में लिया और पोस्टमार्टम के लिए चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल भेजा।
मृतक संजय दो लड़कों व एक लड़की का पिता था. संजय के सुसाइड के बाद अस्पताल पहुँचे परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। मृतक के चचेरे भाई ईश्वर ने आरोप लगाया कि संजय ने रोहतक CIA-3 के टॉर्चर व ख़ौफ़ से खुदखुशी की है। उसने बताया कि 19 मार्च को रोहतक CIA-3 पुलिस संजय को पुछताछ व शिनाख्त के लिए लेकर गई थी. जब वो संजय को दो दिन बाद छुड़ा कर लाए तो पुलिस ने उसे बुरी तरह से पीटा हुआ था।
ईश्वर ने बताया कि पुलिस की मार से संजय घबराया हुआ था जिसके चलते वो इलाज के दौरान अस्पताल से भाग गया और अगले दिन सुबह रेल के नीचे कट कर खुदखुशी कर ली। मामले की गंभीरता के चलते भिवानी व रेलवे पुलिस जाँच में जुटी रही, लेकिन आरोप अपनों पर थे तो देर शाम तक मीडिया के सामने चुप्पी साधे रखी. देर शाम रोहतक पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंचे. जिसके बाद मृतक की पत्नी की शिकायत पर रोहतक सीआईए-3 के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का पर्चा दर्ज कर आगे की जाँच शुरू की।