
लुधियाना (दीपक पांडे/ कर्मजीत सिंह)। कोरोनावायरस के कारण बच्चे स्कूलों में नहीं आ रहे हैं। इसलिए शिक्षा विभाग ने नई कार्रवाई की है। शिक्षा विभाग ने प्रत्येक स्कूल के लिए एक शिक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्णय लिया है। यह नोडल अधिकारी माता-पिता को शपथ दिलाएगा और उनके दिमाग में आने वाले सभी सवालों के जवाब देगा, जिसमें अधिकारी अभिभावकों को स्कूलों में किए जा रहे प्रबंधों के बारे में सूचित करेंगे। वहीं, कोरोना का प्रभाव पहले की तुलना में बहुत कम है।
इसलिए, स्कूल शिक्षा विभाग ने यह ठोस कदम उठाने का फैसला किया है।केंद्र सरकार ने हाल ही में शिक्षण संस्थान खोलने के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन साथ ही कोरोना को रोकने के लिए आवश्यक व्यवस्था की है। उसी समय, बच्चों को अपने माता-पिता की सहमति से स्कूलों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।
लेकिन कोरोना का डर लोगों के दिलों में है और माता-पिता अभी भी अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं। यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, पंजाब सरकार ने 19 अक्टूबर से राज्य में स्कूल खोले हैं, लेकिन सभी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। इसीलिए स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है, जबकि शिक्षक और अन्य कर्मचारी आ रहे हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए, पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने अब स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने और माता-पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करने के लिए ठोस कदम उठाने का फैसला किया है।