
नई दिल्लीः आज से दिल्ली की नई बनी मुख्यमंत्री आतिशी ने पदभार को संभाल लिया है। मुख्यमंत्री बनने के साथ ही उन्होंने यह भी तय कर दिया है कि भले ही वह सीएम की कुर्सी पर वह काबिज हो गए हैं, लेकिन सर्वोच्च स्थान पर अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे। सीएम की कुर्सी संभालने के बाद आतिशी ने कहा,’जिस तरह भरत जी ने खड़ाऊं रखकर सिंहासन संभाला उसी तरह मैं सीएम की कुर्सी संभालूंगी.’ इस दौरान उनके बगल में एक खाली कुर्सी भी नजर आई। उन्होंने कहा कि ये कुर्सी केजरीवाल की वापसी तक इसी कमरे में रहेगी और इस कुर्सी को केजरीवाल का इंतजार रहेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अरविंद केजरीवाल पर कीचड़ उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिसके कारण अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया ओर कहा कि जबतक दिल्ली वाले उनकी ईमानदारी साबित नहीं करते वो कुर्सी पर नहीं बैठेंगे और इस्तीफा दे दिया।
‘केजरीवाल को दुर्भावना के कारण किया गिरफ्तार’
आतिशी ने कहा कि ,’छह महीने हो गए हैं केजरीवाल को जेल में डाले हुए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दुर्भावना के कारण गिरफ्तार किया गया है। आतिशी ने कहा कि मुझे भरोसा है कि फरवरी में होने वाले चुनाव में दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को जिताकर फिर से मुख्यमंत्री बनाएगी। तब तक अरविंद केजरीवाल की ये कुर्सी यहीं रहेगी।’
17 सितंबर को दिया इस्तीफा
आपको बता दें कि, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल के बाद आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना था। पुर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपना इस्तीफा दिल्ली के उपराज्यपाल को सौंप दिया था। इसके साथ आतिशी ने एलजी को नई सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली चिट्ठी भी सौंपी थी।
अरविंद केजरीवाल के सीएम बनने पर बोली आतिशी
आतिशी ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने नाम का ऐलान होने के बाद कहा था कि वो आगामी चुनाव तक ही सीएम रहेंगी। उन्होंने कहा कि दोबारा AAP की सरकार बनेगी तो केजरीवाल ही सीएम बनेंगे। साथ ही आतिशी ने कहा था कि अगले चुनाव तक मेरे पास सिर्फ दो काम हैं। पहला, ‘दिल्ली के लोगों की भाजपा के षड़यंत्र से रक्षा करना’ ओर दूसरा- ‘केजरीवाल को फिर से सीएम बनाना.’