
जालंधर (वरुण)। कमिश्नरेट पुलिस ने अंतर्राज्यीय नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 12 टायरी ट्रक से 4 किलो अफीम व 50 किलो भुक्की बरामद की है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मलकीत खान और रणजीत सिंह उर्फ जीती के तौर पर बताई जा रही है। भुक्की बड़ौदा से लाए जा रहे प्लास्टिक प्रोडक्ट के नीचे से बरामद की गई जबकि अफीम ट्रक की स्टपनी वाले दो टायरों के अंदर से ट्यूब निकालकर छुपाकर रखी गई थी। पुलिस ने दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में अफीम व भुक्की सप्लाई करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह सक्रिय हैं। इसके बाद CIA स्टाफ -1 की टीम ने परागपुर पुलिस चौकी के बाहर नाकाबंदी कर दी। वहां पुलिस ने फगवाड़ा की तरफ से आ रहे 12 टायरी ट्रक नंबर HR68A5148 को रोका। उन्होंने कहा कि ट्रक में प्लास्टिक प्रोडक्ट भरे हैं, जिसे हिमाचल प्रदेश के बद्दी व पटियाला में सप्लाई किया जाना है।
इसके बाद ACP मेजर सिंह की मौजूदगी में ट्रक की तलाशी ली गई तो उसमें से प्लास्टिक बैग के नीचे छुपाकर रखी 50 किलो भुक्की बरामद हुई। इसी दौरान ट्रक में रखे दो एक्स्ट्रा टायर से 4 किलो अफीम बरामद हुई। इन टायरों की ट्यूब निकालकर अंदर अफीम भरी हुई थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना जालंधर कैंट में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने माना कि वह अंतर्राज्यीय नशा तस्करी गिरोह से जुड़े हुए हैं। वह पिछले 3 साल से नशा तस्करी कर रहे हैं। अफीम उन्होंने नेशनल हाइवे पर अमृतसर के किसी तस्कर को देनी थी जबकि भुक्की खुद ही राजपुरा व जीरकपुर में बेचनी थी। यह तस्कर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से नशा लेकर आते थे।
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक आरोपी एक लाख रुपए किलो अफीम लेकर आते थे और उसे यहां 2 लाख प्रति किलो के हिसाब से बेचते थे। भुक्की भी यह 2500 रुपए किलो लाकर 5000 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचते थे। आरोपी मलकीत खान ने कुछ देर पहले ही ट्रक खरीदा था। पुलिस अब जांच कर रही है कि उसके पास इतना पैसा कहां से आया? इसके लिए उसके बैंक अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं।