इससे पहले दुनियाभर के 70 देशों में इस Virus के केस आ चुके है सामने, भारत की भी बढ़ी टेंशन
नई दिल्लीः मंकीपॉक्स महामारी फैलती जा रही है। दुनियाभर के 70 देशों में यह पहले से फैली हुई है और ताजा केस 15 देशों में मिल चुके हैं। आज पाकिस्तान में भी मंकीपॉक्स का मरीज मिला, जिसने भारत के लिए भी टेंशन बढ़ा दी है, हालांकि भारतीय चिकित्सक इसे भारत के लिए खतरनाक नहीं बता रहे, लेकिन WHO की ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी को देखते हुए देश में अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने को कहा है।
WHO की एडवाइजरी के अनुसार, लोगों को स्किन पर चकते पड़ें और घाव होने लगे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। यह मंकीपॉक्स हो सकता है, जो एक संक्रामक बीमारी है और संपर्क में आने से दूसरे लोगों को भी हो सकती है। मिली जानकारी के अनुसार मंकीपॉक्स के केस पाकिस्तान, स्वीडन, कांगो, केन्या, रेवांडा, युगांडा और बुरुंडी समेत 15 देशों में मिल चुके हैं। साल 2022 में महामारी अमेरिका और ब्रिटेन में भी फैली थी। आज तक इस महामारी के करीब 27 हजार मरीज मिल चुके हैं और 1000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
बता दें कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बीते दिन मंकीपॉक्स का मरीज मिला, जो इसी अगस्त माह को ही सऊदी अरब से लौटा। पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने महामारी का केस मिलने की पुष्टि की और बताया कि मरीज को क्वारंटाइन कर दिया गया है। उसके संपर्क में आए लोगों के सैंपल भी ले लिए हैं। पूरे देश में महामारी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सफदरजंग अस्पताल दिल्ली के कम्यूनिटी मेडिसिन के HOD डॉ. जुगल किशोर कहते हैं कि पाकिस्तान में मंकीपॉक्स का मरीज मिलना टेंशन वाली बात है, लेकिन डरने की जरूरत नहीं है। अभी यह महामारी सबसे ज्यादा यूरोप और अफ्रीका में फैली है। एशियाई देशों में इसका खतरा बढ़ा नहीं है। यह संक्रामक बीमारी है, लेकिन यह हवा के जरिए नहीं फैलती, बल्कि छूने से फैलती है, इसलिए लोग घबराएं नहीं सतर्क रहें। बता दें कि भारत में जनवरी 2022 से जून 2024 के बीच मंकीपॉक्सय के 27 मरीज मिले थे। साल 2023 में पाकिस्तान में 9 केस मिले थे।