
चंडीगढ़ः केंद्र सरकार की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कुछ दिन पहले बजट 2024 पेश किया गया था। वहीं बजट को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार निशाने साधे जा रहे है। इसी के चलते आज संगरूर से आप सासंद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बजट को लेकर चौकाने वाले खुलासे किए है। सासंद में मीत हेयर ने बजट में पंजाब की अनदेखी पर नाराजगी जताई। इस मौके पर मीत हेयर ने पंजाब के लिए विशेष पैकेज की मांग की। मीत हेयर ने इस बजट को कुर्सी बचाने वाला बजट बताया। मीत हेयर ने कहा कि जब वह स्कूल में पढ़ते थे तो एक कहावत थी कि हम 2 हमारे दो। वहीं मीत हेयर ने कहा पिछले 10 साल से 2 साहिब की सरकार चल रही थी और अब उस सरकार में 2 और लोग बैठ गए है।
मीत हेयर ने कहा कि मुझे लगता हैकि इस बार वह कहावत विपक्ष पर सटीक बैठ रही है।
मीत ने कहा विपक्ष ने नारा दिया था कि सबका साथ, सबका विकास। उन्होंने कहा कि मुझे वह नारा भी 2 का विकास सबका सत्यानाश जैसा लग रहा है। इसी के साथ मीत हेयर ने कहा कि लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के दौरान अगर भारतीय जनता पार्टी की सीटें 10 और कम हो जातीं तो उन्हें पता नहीं बाबू जी नायडू जी के साथ कोई ओर बाबू जी आ जाते और इस वजह से किसानों, शिक्षा और स्वास्थ्य, मनरेगा का बजट किसी और ‘बाबू’ के आने से ओर कट जाता। पिछले 70 वर्षों में किसी भी सरकार ने ये अनिवार्य बस बजट पेश नहीं किया है, जितना एनडीए सरकार ने बजट पेश किया है।
वहीं मीत हेयर ने कहा कि अभी मेडम 10 के सत्ता को लेकर बात कर रही थी। मीत ने कहा कि अगर आकंडों के हिसाब से पूरी दुनिया में भारत की पोजीशन देखनी है तो हैप्पीनेस इंडेक्स 2016 में 118वें नंबर पर हम थे और अब 126 वें नबंर पर आ गए। वहीं ग्लोबल हंगर में हम 125 देशों में से 111वें नंबर है। मीत ने कहाकि हमारे जो पड़ोसी देश है, जिन्हें हम मुल्क भी नहीं समझते, वह भी हमसे आगे है। मीत हेयर ने कहा कि हैरानी वाली बात यह है कि एनवायरनमेंट परफॉर्मेंस इंडेक्स रिपोर्ट में 180 देशों का सर्वे किया गया। मीत ने कहा कि बहुत शर्म की बात है किक हम इसमें 180वें नंबर पर है। मीत हेयर ने कहाकि कहा जा रहा हैकि हम विश्व गुरु बनेंगे। मीत ने कहा कि बातों से हम विश्व गुरु नहीं बन सकते।
मीत हेयर ने कहा कि एनडीए सत्ता की कुर्सी बचाने के लिए कुछ भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया गया था, लेकिन बजट में कीटनाशकों पर सब्सिडी 27 प्रतिशत घटाकर किसानों पर बोझ डाल दिया गया। मीत ने कहा कि वहीं बजट में महिलाओं को राहत देने की बात की गई है। मीत ने कहा कि अगर देश में गरीबों को अगर सबसे ज्यादा मुनाफा मिल रहा था तो मनरेगा से मिल रहा था। लेकिन बहुत शर्म की बात हैकि इसमें उसका बजट भी कम कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बजट में युवा की बात की गई। वहीं उन्होंने कहा कि वह बताना चाहते है कि एआई पर हमारे यहां रिसर्च नहीं हो रहा। मीत ने कहा कि जितने भी एआई पर रिसर्च पेपर वह अमेरिका या चाईना से मुकाबला करें तो हम काफी पीछे है। उन्होंने कहा कि एआई पर फंड देने के जरूरत थी लेकिन शर्म की बात है कि इस बजट में आईआईटी और आईआईएम का बजट कम कर दिया गया है।
मीत हेयर ने कहा कि 140 करोड़ नागरिकों में से केवल 4.5 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनका मासिक वेतन 25000 रुपये है, क्या वे इससे सम्मानजनक जीवन जी पाएंगे। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अक्सर कहते हैं कि हम 85 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देते हैं लेकिन यह गर्व की नहीं बल्कि शर्म की बात है कि आप उन्हें गरीबी से बाहर नहीं निकाल सके। मीत हेयर ने कहा कि दूसरे राज्यों को बाढ़ से निपटने के लिए फंड दिया गया है, लेकिन हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गिरा सारा पानी पंजाब में आ गया, जिससे 1680 करोड़ का नुकसान हुआ, लेकिन पंजाब को कोई बाढ़ फंड नहीं दिया गया। देश को आजाद कराने में हमारा बलिदान सबसे बड़ा है, पंजाब का कोई गांव ऐसा नहीं होगा जहां किसी शहीद की मूर्ति न हो, आज भी जवानों के शव तिरंगे में लिपटे आते हैं। मीत हेयर ने कहा कि अगर आप आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं, इसे पंजाब के किसानों ने बनाया है। जिसके लिए हमें खामियाजा भुगतना पड़ा, हमारा पानी खत्म हो गया, पंजाब में से कैंसर की ट्रेन चलती है, हमने देश के लिए सब कुछ बलिदान कर दिया, लेकिन बदले में हमें क्या मिला ? इस मौके पर मीत हेयर ने पंजाब के लिए विशेष पैकेज की मांग की।