
मुंबईः वसई में आयुर्वेद के नाम पर नकली दवा बना रही घरवार फार्मा प्राईवेट लिमिटेड पर FDA ने छापेमारी की। यह छापेमारी वसेई के गीता गोविंद इंडस्ट्री नावघर के शैलेश इंडस्ट्री के 20 नंबर गली में की गई। इस दौरान FDA की टीम ने भारी मात्रा नकली दवाइयां बरामद की है। वहीं मशीनों को भी टीम द्वारा जब्त किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार एफडीए ने फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी पर छापा मारकर 1 करोड़ 27 लाख रुपये की नकली दवा जब्त की है। वहीं करीब 2 करोड़ 93 लाख 255 रुपये की मशीनों को भी सीज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार एफडीए के अधिकारियों ने जब रेड की तो पता चला कि कंपनी के पास हरियाणा के पंचकुला में दवा बनाने का लाइसेंस था। वहीं कंपनी पालघर में अवैध निर्माण कर रही थी। इससे पहले, FDA ने पाया था कि घेरवार फार्मा नाम की कंपनी के आयुर्वेदिक उत्पादों में एलोपैथिक तत्वों की मिलावट की जा रही थी, जिसके चलते कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। अब FDA को पता चला कि आरोपी धीरेंद्र जनार्दन सिंह और उसके सहयोगियों ने हरियाणा के पंचकूला के लिए लाइसेंस हासिल किया लेकिन उत्पादन वसई की फैक्ट्री में हो रहा था।
FDA को संदेह है कि आरोपी और उनकी कंपनी आयुर्वेदिक दवाओं की आड़ में मिलावटी दवाएं बना रही थी। खुफिया जानकारी के आधार पर एफडीए की टीम ने वसई की फैक्ट्री में छापा मार नकली दवा बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ किया। एफडीए की छापेमारी तकरीबन 48 घंटे चली। FDA ने उपभोक्ताओं से आयुर्वेदिक उत्पादों का उपयोग करते समय सतर्क रहने की भी अपील की है।