
जालंधर, ENS: फॉरेक्स ट्रेडिंग कंपनी ने अधिक कमाई का लालच देकर जालंधर के डॉक्टरों, रिटायर्ड अफसरों, व्यापारियों व आम लोगों को लूट लिया है। इनकी रकम करीब 25 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जालंधर सिटी में दफ्तर खोलकर कंपनी ने लोगों को लालच दिया कि एक लाख रुपए लगाने पर 15 प्रतिशत तक मुनाफा मिलेगा। इस कंपनी की 6 फीसदी तक ट्रेडिंग में चार्जेज भी थे। फिर लोगों को लालच दिया कि जो शख्स अपने अलावा 3 लोगों को ट्रेडिंग से जोड़ेगा, उसके 6 फीसदी चार्जेज माफ हो जाएंगे।
लोगों ने इस बचत के लिए अपने ब्रदर इन ला, सिस्टर इन लॉ, पड़ोसी, व्यापारी व भाई-बहनों से इनवेस्टमेंट करवा दी। अब पैसा हुआ फंसा है और नागपुर में फॉरेक्स फ्रॉड का केस दर्ज हुआ है। फ्रॉड का संचालन जालंधर तक फैला है। इसके बाद तमाम पीड़ित एकजुट होकर पुलिस के पास जाएंगे। पीड़ितों की लिस्ट बनाकर कानूनी स्टडी के बाद पुलिस को शिकायत देने की तैयारी है। मामले की जानकारी देते हुए पीड़ित अजय कुमार ने बताया कि साल 2023 में जालंधर के लोगों ने फॉरेक्स ट्रेडिंग कंपनी में पैसा लगाना आरंभ किया था। उन्होंने 20 लाख रुपए लगाए थे।
उन्हें 5 से 15 फीसदी का मुनाफा होने लगा। उन्हें 3 लोगों को जोड़ने पर 6 फीसदी चार्जेज माफी की ऑफर दी गई। इसके बाद उन्होंने अपने रिश्तेदारों का पैसा लगवा दिया। कुछ समय बाद अजय व रिश्तेदारों को रिटर्न मिलना बंद हो गया। अजय बताते है कि अभी कुछ महीने से बताया जा रहा था कि कंपनी और सरकार के बीच विवाद है। सभी को आस हो गई कि सबका पैसा मिलेगा, लेकिन नागपुर में केस दर्ज होने के बाद सभी को क्लियर हो गया है कि यह फ्रॉड है। उधर, जालंधर के एक प्रमुख डॉक्टर ने एक करोड़ रुपए से अधिक की रकम लगा दी थी। एक अन्य पीड़ित विनीत भाटिया के 14 लाख फंसे हैं। इसी तरह मनदीप सिंह के 18 लाख रुपए फंस चुके हैं।