
चंडीगढ़: चंडीगढ़ में चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। शाम 6:00 बजे से चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा। इसके लिए रिटर्निंग ऑफिसर ने आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी पार्टियों को निर्देश दिए हैं कि बाहर से आए सभी समर्थकों को आज शाम 6:00 बजे तक वापस भेज दिया जाए। यहां सिर्फ वही समर्थक रह सकते हैं, जिनके वोट चंडीगढ़ में हैं। इसके लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है। चंडीगढ़ के डीसी और रिटर्निंग ऑफिसर विनय प्रताप सिंह ने चंडीगढ़ पुलिस को आदेश दिए हैं कि वह ऐसी जगह पर चेकिंग करें, जहां पर बाहर के लोग रुक सकते हैं। लॉज, गेस्ट हाउस आदि में रुके हुए लोगों की पहचान चेक करें। बॉर्डर इलाकों पर चेक पोस्ट लगा दिए जाएं। ताकि बाहर से आने वाली गाड़ियों की चेकिंग की जा सके। अगर कहीं ग्रुप में लोग हैं, तो उनकी पहचान जांची जाए कि वह इस शहर के मतदाता है या नहीं है।
वहीं चुनावों के मद्देनजर एक्साइज विभाग द्वारा 30 मई शाम 6 बजे से शराब की बिक्री बंद हो जाएंगी। दरअसल, एक्साइज विभाग द्वारा बिक्री पर रोक के आदेश जारी किए गए हैं। इसी के चलते शराब के ठेके खोलने पर पूर्ण तौर पर रोक रहेगी। ठेकेदार किसी अन्य कारणों के चलते भी ठेके नहीं खोल सकेंगे। यदि कोई ठेकेदार शराब का ठेका खोलता है तो उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। एक्साइज अधिकारियों ने कहा कि यदि कोई नियम तोड़ते हुए पाया गया तो उसका ठेका सील भी किया जा सकता है। इसके चलते शराब के ठेकों, बियर बार, रैस्ट्रांट व होटलों में से 48 घंटों तक शराब की बिक्री नहीं होगी। अधिकारी इसे सख्ती से लागू करवाने के लिए लगातार जांच प्रक्रिया जारी रखेंगे।
एक्साइज अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग के आदेशों पर पंजाब एक्साइज एक्ट की धारा 54 के मुताबिक 30 मई को शाम 6 बजे से ठेके बंद करवा दिए जाएंगे व 1 जून को शाम 6 बजे तक (वोटिंग होने तक) शराब की बिक्री पर पूर्ण तौर पर रोक रहेगी। विभाग द्वारा इस 48 घंटे के लिए ड्राइ-डे घोषित किया गया है। इसी तरह से 4 जून को वोटों की गिनती वाले दिन भी यही नियम लागू होगा और पूरा दिन शराब नहीं मिलेगी।
एक्साइज अधिकारियों ने बताया कि शराब की बिक्री पर रोक के आदेशों को लागू करवाने के लिए अधिकारियों को लगातार चैकिंग करने के आदेश दिए गए हैं। इसी के चलते ठेकों के बाहर बैनर लगा दिए गए हैं, ताकि लोग शराब की खरीदारी पहले ही कर लें। देखने में आया कि ठेके बंद होने संबंधी आदेश जारी होने के चलते ठेकों पर रूटीन से अधिक रश देखने को मिला। ठेके बंद होने के कारण लोग अपनी जरूरत संबंधी शराब खरीदते हुए देखे गए ताकि ठेके बंद होने के कारण उन्हें परेशानी न उठानी पड़ी।