पूर्णिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शराबबंदी कानून को लेकर की गई मैराथन समीक्षा बैठक के बाद बिहार पुलिस एक्टिव मोड में है। पुलिस शराब माफियाओं और धंधेबाजों के ऊपर लगातार कहर बनकर टूट रही है. शनिवार को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के बड़े शराब माफिया मुर्शीद आलम को पूर्णिया से गिरफ्तार किया है। मद्य निषेध विभाग और पूर्णिया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी मुर्शीद आलम को दबोचा गया है। मुर्शीद आलम पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिला के करंडीघी थाना क्षेत्र के ढालकोना गांव का रहने वाला है।
पुलिस के मुताबिक मुर्शीद आलम बंगाल से बिहार में तस्करी कर शराब बेचने वाले सिंडिकेट का सबसे बड़ा रैकेटियर है. वो अंग्रेजी शराब के अलावा नकली शराब और स्प्रिट की सप्लाई और तस्करी कर रहा था. पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) दयाशंकर ने कहा कि दालकोला चेक पोस्ट पर मुर्शीद आलम को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से एक पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार शराब माफिया के तार कई राज्यों से जुड़े हुए थे. वो बिहार के कम से कम 15 जिलों में नकली और अवैध विदेशी शराब की सप्लाई करता था. साथ ही वो खुद भी नकली शराब का निर्माण करता था।
पुलिस की मानें तो खुर्शीद आलम पर बिहार के कई जिलों जैसे सुपौल, किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, बांका, वैशाली और मोतिहारी में डेढ़ दर्जन थानों में मध निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज है. बिहार पुलिस को शराब माफिया मुर्शीद आलम की पिछले कई वर्षों से तलाश थी।
बताया जा रहा है कि मुर्शीद आलम पश्चिम बंगाल के साथ-साथ हरियाणा के शराब तस्करों के भी संपर्क में था. वो बंगाल के रास्ते बिहार में भारी मात्रा में शराब की तस्करी करता था. मद्य निषेध विभाग के अधिकारी मुर्शीद आलम की गिरफ्तारी को शराबबंदी की दिशा में बड़ी कामयाबी करार दे रहे हैं। उससे पूछताछ के बाद प्रदेश में कई बड़े शराब तस्करों के पकड़े जाने की संभावना जताई जा रही है।