शिमला (सुशील पंडित)। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का लंबी बीमारी से जूझने के बाद आज तड़के निधन हो गया। कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह ने 87 साल की उम्र में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, शिमला में आखिरी सांस ली। इस अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ जनक राज ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का यहां इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुबह करीब चार बजे मल्टी-ऑर्गन फेल्योर के कारण निधन हो गया। 87 वर्षीय वीरभद्र सिंह पहले कोरोना वायरस से पीड़ित थे और उन्हें 13 अप्रैल को मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कोरोना से ठीक होने और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई और उन्हें आईजीएमसी में कुछ दिनों पहले ही भर्ती कराया गया था। वह बीते दो दिनों से वेंटिलेटर पर थे। वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
12 अप्रैल को और 11 जून को वह दो बार कोरोना वायरस से ग्रसित पाए गए थे, जिसके बाद उनकी तबीयत अक्सर खराब रहने लगी। वह नौ बार विधायक और पांच बार सांसद भी रह चुके हैं।
वीरभद्र सिंह के परिवार में पत्नी प्रतिभा सिंह, पुत्र एवं शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह और पुत्री अपराजिता सिंह हैं। वहीं ऊना जिला से कांग्रेस जिलाध्यक्ष राणा रणजीत सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की शान व हिमाचल की राजनीति के महान स्तंभ पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह आज हमारे बीच नही रहे। राणा रणजीत सिंह व जिला कांग्रेस कमेटी ऊना की तरफ से भावभीनी श्रद्धांजलि। ईश्वर महान आत्मा को शांति प्रदान करे व अपने चरणों मे जगह दे, अतः इस दुख की घड़ी में परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। उनके द्वारा किए गए जन कल्याणकारी कार्य सदैव अमर रहेंगे।