नई दिल्लीः Flying Car का सपना देखने वालों के लिए एक ऐसी हकीकत सामने आई है, जिसे देखकर आंखें फटी की फटी रह जाएंगी। उड़ने वाली कार बनाई भी जा चुकी है और इसकी लॉन्चिंग भी हो चुकी है। ये कार भी कोई ऐसी-वैसी नहीं है, इसकी स्पीड बिजली को भी मात देती है। आसमान में ये कार अपनी कलाबाज़ी भी दिखा चुकी है और अब कॉमर्शियल इस्तेमाल के लिए बिल्कुल तैयार है।
उड़ने वाली रेसिंग कार फॉर्मूला वन कार की तरह 0-65 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकती है। कार की टेस्ट ड्राइव दक्षिणी ऑस्ट्रेलियाई रेगिस्तान में हो चुकी है। इलेक्ट्रिक कार को एयरस्पीडर इलेक्ट्रिक रेसिंग सीरीज के हिस्से के तौर पर मार्केट में उतारा गया है। ये इस साल के अंत में होने जा रही एक रेस का हिस्सा भी होगी। अब ये रेस कहां होगी, ये अभी नहीं पता चला। फिलहाल इसके शानदार फीचर्स के बारे में जानना ज़रूरी है।
कार का नाम Mk3 Airspeeder है। उड़ान भरने की इसकी क्षमता 93 और 155 मील प्रति घंटे के हिसाब से है। इसमें 8 रोटर लगे हुए हैं और महज यह 2.8 सेकेंड में ये कार 0-62 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकती है। इसे लिथियम पॉलीमर बैटरी से 15 मिनट तक उड़ाया जा सकता है। कार की पहली उड़ान को सीक्रेट टेस्ट लोकेशन पर की गई है। बताया जा रहा है कि पिछले महीने हुई इस उड़ान की निगरानी ऑस्ट्रेलिया के नागरिक उड्डयन सुरक्षा प्राधिकरण ने की थी। इसकी दूरी के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई।
इस कार को फिलहाल रोबोटिक फॉर्म में रिमोट पायरलट के साथ फॉर्मूला वन स्टाइल रेस में उतारा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि साल 2022 तक इसमें इंसान भी उड़ान भर सकेंगे। इस रेस में 4 टीमें और 10 क्राफ्ट आपस में रेस लगाएंगे। रेस की टाइमिंग लगभग 45 मिनट रखी जाएगी। ऐसे में कार की बैटरी भी 15 मिनट बाद बदलनी पड़ेगी। ये खेल काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। कार को बनाने वाले एयरस्पीडर और अलौडा एयरोनॉटिक्स के चीफ मैथ्यूब पियरसन ने कहा है कि उन्हें इस तरह के स्पोर्ट को शुरू करने में काफी खुशी महसूस हो रही है। वे इस तरह से दिखा सकते हैं कि इंसान और मशीनें मिलकर क्या-कुछ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऐसी रेसिंग सीरीज़ से उड़ने वाली कार्स का और विकास होगा।