
भोपालः कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देख मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में सभी तरह के मेला और बड़े आयोजनों पर रोक लगा दी है। इसी फैसले के साथ अब अशोक नगर का प्रसिद्ध करीला मेला भी इस बार नहीं लगेगा। इस मेले में हर साल 5 से 6 लाख लोग शामिल होते हैं। हालांकि, ग्वालियर व्यापार मेला अभी चाल रहा है, उसके बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है। व्यापार मेला बंद किया जाए या नहीं इस पर अभी सिर्फ विचार करने पर सहमति बनी है।
मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण का असर बड़े धार्मिक मेलों के आयोजन पर भी दिखाई दे रहा है। सीएम शिवराज ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच हालात की समीक्षा के लिए सोमवार को जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से चर्चा की। सीएम शिवराज ने बैठक में इस बात के निर्देश दिए हैं कि जनप्रतिनिधि अधिकारी मास्क लगाएं। मेरा मास्क मेरी सुरक्षा, स्लोगन के साथ सोशल मीडिया पर भी पोस्ट करें। जन जागरण अभियान जोर-शोर से चलाएं। मंगलवार सुबह 11:00 बजे और शाम 7:00 बजे मास्क लगाकर लोगों के बीच जाकर उन्हें मास्क लगाने को लेकर समझाइश दें। उन लोगों को रोकने और टोकने का अभियान चलाया जाएगा, जो मास्क नहीं लगा रहे हैं।
सीएम शिवराज ने धर्म गुरुओं से भी मेरा मास्क-मेरी सुरक्षा अभियान में सहयोग करने की अपील की है। विधायक-सांसद से लोगों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया गया है। इसमें सामाजिक संगठनों की भी मदद ली जाएगी।
होली पर होने वाले आयोजनों को लेकर भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने तय कर दिया है कि इस बार की होली सब अपने घर में ही मनाएं. स्लोगन दिया है- मेरी होली मेरे घर। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा और इस पर नज़र रखी जाएगी कि एक जगह 20 से ज़्यादा लोग जमा न हों। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को इस बात की जिम्मेदारी दी गई है।
1 अप्रैल से स्कूल खुलेंगे या बंद रहेंगे, इस बारे में मुख्यमंत्री 23 मार्च को बैठक कर फैसला लेंगे। सरकार ने तय किया है कि बीते 7 दिन में जहां 20 से ज्यादा संक्रमित मरीज़ मिले हैं, उस इलाके में होने वाले किसी भी तरह के आयोजनों में 20 से ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक रहेगी।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार के जन जागरण अभियान पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है सरकार को बीजेपी के राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगानी चाहिए। मास्क नहीं लगाने वाले लोगों पर जुर्माना करने के बजाए वैक्सिनेशन होना चाहिए। सरकार को हर वर्ग के लोगों के लिए मुफ्त में वैक्सीन लगाने की व्यवस्था करना चाहिए। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरे से लौटने वाले बीजेपी नेताओं को 7 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाए। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन सभी के लिए अनिवार्य हो।
मध्य प्रदेश में 20 मार्च को जबलपुर से कोरोना की शुरुआत हुई थी। दुबई से लौटा व्यवसायी परिवार संक्रमित हुआ था। उसके बाद पूरे प्रदेश में कोरोना फैला और इंदौर, भोपाल और उज्जैन में भयावह हालात बने। अब एक साल बाद कोरोना संक्रमण की संख्या जिस तेजी के साथ बढ़ी है उसके बाद जरूरी हो गया है कि कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन हो।