
कपूरथला (चंद्रशेखर कालिया)। कपूरथला में कोरोना ने एक बार फिर से अपनी दस्तक दे दी है। रोज़ाना ही 100 के करीब मरीज़ कोरोना पीड़ित पाए जा रहे है। जिससे दिन-प्रतिदिन मरीज़ों के बढ़ने से लोगों के दिलों में दहशत पाई जा रही है। वहीं वीरवार को कोरोना से एक 75 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति निवासी कपूरथला अमृतसर के मेडिकल कालेज में इलाज़ दौरान मौत हो गई। उधर 101 नए कोरोना पीड़ित पाए गए। जिससे अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 223 तथा कोरोना पीड़ितों की संख्या 7233 तक पहुंच गई है।इस संबंध में जानकारी देते हुए सिवल सर्जन डा.सीमा ने बताया कि दिन-प्रतिदिन कोरोना के मामलों के बढ़ने का कारण लापरवाही है। क्योंकि लोग बिना मास्क तथा बाज़ारों में बिना सोशल डिस्टैंस के घूमते हुए दिखाई देते है।
उन्होंने बताया कि अगर कोरोना को हराना है तो लोगों को लापरवाही नहीं करनी चाहिए, बल्कि लोगों को सेहत विभाग के नियमों की पालना करनी चाहिए, ताकि इस कोरोना महामारी को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके।उधर वीरवार को अमृतसर के मेडिकल कालेज में से 853 सेंपलों की रिपोर्ट आई। जिनमें 765 नेगेटिव तथा 88 पाज़िटिव मरीज़ पाए गए। इसके अलावा एंटीज़न पर किए गए टैस्टों में 13 पाज़िटिव मरीज़ तथा प्राइवेट लेबों पर किए गए टैस्टों में कोई भी कोरोना पीड़ित नहीं पाया गया। इस समय जिले में 885 एक्टिव केस है।वीरवार को भी 28 कोरोना पीड़ितों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई। जिससे अब तक कुल 6125 मरीज़ ठीक होकर घरों को लौट चुके है।
जिला एपीडीमोलोजिस्ट डा. राजीव भगत ने बताया कि वीरवार को सेहत विभाग की टीमों द्वारा 1211 लोगों के सेंपल लिए गए। जिनमें कपूरथला से 257, भुलत्थ से 43, सुल्तानपुर लोधी से 38, बेगोवाल से 101, ढिलवां से 117, काला संघिया से 75, फत्तूढींगा से 86, टिब्बा से 112 लोगों के सैंपल लिए गए। जिनकी रिपोर्ट शुक्रवार शाम को आने की संभावना है। डा. राजीव भगत ने लोगों से अपील की है कि वह घरों से बाहर निकलने समय मूंह पर मास्क, हाथों पर सैनेटाईज़र तथा बाज़ारों में दुकानों पर एक-दूसरे से सोशल डिस्टैंस की खास पालना करें ताकि इस कोरोना महामारी को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके। डा. भगत ने बताया कि रोजाना केस बढ़ने से सेहत विभाग व जिला प्रशासन काफी सर्तक हो गया है और लोगों को कोरोना महामारी के दुष प्रभावों से एक बार फिर से जागरुक किया जाने लगा है।