
छतरपुरः पर्यटन नगरी छतरपुर ज़िले के घुवारा के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इंद्र प्रताप सिंह परमार की हत्या कर दी गई है। इससे पार्टी सकते में है। प्रताप सिंह परमार की मंगलवार रात बड़ा मलहरा में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। जब वह अपने साथी के साथ होटल के सामने खड़े बातें कर रहे थे। उसी वक्त अचानक बाइक सवार दो युवक वहां आए और उन पर गोलियों की बौछार कर दी। कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने हत्या की निंदा करते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
हत्या की पूरी वारदात की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि जब कांग्रेस नेता अपने एक साथी के साथ खड़े होकर बातचीत कर रहे थे, तभी एक बाइक पर सवार दो युवक आए। उनमें से एक बाइक से उतरा और लपक कर इंद्र परमार के सीने में गोली मार दी। इसके बाद हमलावर दौड़कर बाइक पर बैठा और फरार हो गया। परमार वहीं निढाल होकर गिर पड़े। मौके पर आसपास खड़े लोग उन्हें तत्काल ही नज़दीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। हालत गंभीर होने पर परमार को छतरपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार को जैसे ही इंद्र प्रताप सिंह परमार की मौत की खबर मिली तो उन्होंने अस्पताल में हंगामा कर दिया। हॉस्पिटल के बाहर खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ की। वहां तैनात भारी पुलिस बल ने परिवार को समझाने की कोशिश की, लेकिन घटना से आहत परिजन हंगामा करते रहे।
बताया जा रहा है कि एक पुरानी रंजिश के कारण इंद्र प्रताप सिंह परमार की हत्या की गई। आरोपी चार साल पहले विजावर उपजेल से फरार हुआ था और उन्हें पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। फरार होने के दौरान ही उन्होंने इस वारदात को अंजाम दे दिया। इस मामले में पुलिस जांच के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा।
पार्टी ने इंद्र प्रताप सिंह परमार की हत्या की तीखी निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में जंगलराज चल रहा है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा- छतरपुर के घुवारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इन्द्र प्रताप सिंह परमार की हत्या की मैं निंदा करता हूं। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही लिखा कि पीसीसी चीफ कमलनाथ को तत्काल भोपाल से उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल धुवारा भेजना चाहिए और मुख्यमंत्री से मिलकर अपराधियों को तत्काल गिरफ़्तार कर कड़ी सज़ा दिलानी चाहिए।