
गाजियाबाद. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच के लिए नया प्लान तैयार किया है. इसके लिए जिले में 447 निगरानी समितियां बनाई गई हैं. इनमें 286 को शहरी इलाकों में और 161 को ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात की गई हैं. यह समिति आसपास के लोगों के जुकाम, गले में खरास, बुखार जैसे लक्षण होने पर कोरोना जांच में मदद करेगी. जिला स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना पांच हजार जांच करने का लक्ष्य रखा है. पहले यह तीन हजार था. इसके अलावा रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर जांच टीम तैनात की जाएगी.
स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केरल, महाराष्ट्र, पंजाब जैसे बढ़ते कोरोना के मरीजों वाले राज्यों से आने वाले लोगों को तलाश कर उनकी जांच करेगा. इनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच होगी. जिले में एक हजार से अधिक लोग विदेश से लौटे हैं, इनमें 100 से अधकि लोग होम आइसोलेट हैं. सीमा से लगे दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई है. विभाग की ओर से निगरानी समितियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने क्षेत्र में बाहर से आने वालों की सूचना दें, जिससे उनकी जांच की सके और लक्षण दिखने पर होम आइसोलेट किया जा सके.
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए डीएम अजय शंकर पांडेय और सीएमओ डा. एनके गुप्ता रेलवे स्टेशन, बस अड्डों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों का निरीक्षण कर रहे हैं. डीएम ने बताया कि अब महाराष्ट्र, पंजाब और केरल से आने वाले सभी यात्रियों की स्टेशन के निकास द्वार पर ही कोविड जांच की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्टेशन पर कोविड जांच के लिए एक टीम तैनात कर दी गई है. सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने बताया जिले में जांच की संख्या बढ़ा दी गई है. साथ ही केरल, महाराष्ट्र और पंजाब से आने वाले यात्रियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कंट्रोल रूम के फोन नंबर -0120-4186453 जारी किया है, लोग इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.
जिले में मास्क नहीं पहनने पर चालान किया जाएगा. डीएम ने एसएसपी को पत्र लिखकर कहा है कि सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दें कि अपने-अपने थाना क्षेत्रों में 16 मार्च से होली तक कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन यानी मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग न करने वालों पर कार्रवाई करें. उप श्रमायुक्त को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएं.