
नई दिल्लीः फिल्म ‘यमला पगला दीवाना’ में हम धर्मेन्द्र, सनी देओल और बॉबी देओल का कमाल देख चुके हैं। बॉलीवुड के इन दमदार एक्टर्स ने तब अपनी कॉमेडी टाइमिंग से लोगों का खूब मनोरंजन किया था। इस फिल्म की सफलता के बाद इसका दूसरा पार्ट भी बनाया गया था, पर यह फिल्म चल नहीं पाई। लेकिन ऐसा पहली बार नहीं था, जब स्क्रीन पर बाप-बेटे की जुगलबंदी देखने को मिली हो। इससे पहले भी सनी देओल पापा धर्मेन्द्र के साथ फिल्म ‘सल्तनत’ और ‘सनी’ में साथ नजर आए थे।
अपने फिल्मी करियर में कई सुपरहिट फिल्में देने वाले सनी देओल ने एक बार पापा धर्मेन्द्र को निराश कर दिया था। धर्मेन्द्र को बेटे की वजह से करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा था। हम बात कर रहे हैं 1999 की, जब सनी देओल, बॉबी देओल और करिश्मा को लेकर फिल्म ‘लंदन’ बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने डायरेक्टर गुरिंदर चड्ढा को साइन किया था। फिल्म की शूटिंग शुरू हुई, पर कुछ ही दिनों में सनी और गुरिंदर के बीच फिल्म को लेकर बहस हो गई।
गुरिंदर चड्ढा के फिल्म छोड़ने के बाद सनी ने इस फिल्म को खुद डायरेक्ट करने का फैसला किया. सनी ने इस फिल्म का नाम बदल कर ‘दिल्लगी’ कर दिया और करिश्मा की जगह एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर को ले आए। सनी देओल के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म तब 60 करोड़ में बनकर तैयार हई थी. अच्छी स्टारकास्ट होने के बाद भी यह फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही थी. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 21 करोड़ का कारोबार किया था। इस फिल्म में धर्मेन्द्र का पैसा लगा था, जिसकी वजह से उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ था। फिल्म में हुए करोडो़ं के नुकसान के बाद सनी पापा धर्मेन्द्र से नजरें नहीं मिला पा रहे थे।
सनी देओल एक दमदार एक्टर रहे हैं, जिन्होंने विश्वात्मा, घायल, घातक, दामिनी, गदरः एक प्रेम कथा, जिद्दी जैसी शानदार फिल्मों में काम किया है, पर निर्देशन के मामले में उन्हें वह सफलता नहीं मिल पाई।