
नई दिल्ली. देश के कई राज्यों में कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने केंद्र के माथे पर शिकन ला दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि महाराष्ट्र में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस टेंशन बढ़ा रहे हैं. मंत्रालय ने कहा कि मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा भी नजर रखी जा रही है. इन राज्यों के साथ मंत्रालय ने तीन बैठकें की है और उन्हें स्थिति पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है.
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि वह महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना के नए केसों को लेकर चिंतित हैं. इससे हमें दो सबक मिलते हैं, पहला- वायरस को प्रति लापरवाह न बनें. दूसरा, हमें अभी कोविड के गाइडलाइंस का पालन करना होगा. ICMR के डीजी डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे खराब ट्रेंड देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि यहां मिले कोरोना के नए वायरस का असर नहीं दिख रहा है बल्कि टेस्टिंग में कमी और बड़े पैमाने पर कोविड गाइडलाइंस का लापरवाही दिख रही है. केंद्र सरकार ने साथ ही कहा कि किसी भी राज्य में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है.
बता दें कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु से लगातार कोविड-19 के ज्यादा मामले आ रहे हैं और पिछले 24 घंटे में देश में सामने आए कुल मामलों में इन छह राज्यों की हिस्सेदारी 85.91 प्रतिशत रही. पिछले 24 घंटे में देश में कोविड-19 के 22,854 मामले आये. केंद्रीय स्वास्थ्य के अनुसार नये मामलों में सबसे अधिक 13,659 मामले (देश में कुल मामलों का करीब 60 प्रतिशत) महाराष्ट्र से है. इसके बाद केरल (2,475) और पंजाब (1,393) से मामले सामने आए हैं. भारत में वर्तमान में 1,89,226 मरीजों का उपचार चल रहा है जो कुल मामलों का 1.68 प्रतिशत है.
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा में नए मामलों में वृद्धि हो रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में परिवर्तन देखा जा रहा है और केरल में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में सबसे अधिक गिरावट तथा महाराष्ट्र में बढ़ोतरी देखी गयी है. मंत्रालय ने गुरुवार सुबह सात बजे अनंतिम रिपोर्ट जारी कर बताया कि देश में अब तक 4,78,168 सत्रों के माध्यम से 2.56 करोड़ (2,56,85,011) से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ है.
टीका लेने वालों में 71,97,100 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक, 40,13,249 स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी खुराक, 70,54,659 अग्रिम मोर्चा के कर्मियों को पहली खुराक और 6,37,281 अग्रिम मोर्चा के कर्मियों को दूसरी खुराक दी गयी. इसके अलावा गंभीर बीमारी से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के 9,67,058 लोगों को तथा 60 साल से अधिक उम्र के 58,15,664 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गयी. टीकाकरण अभियान के 54वें दिन (10 मार्च) कुल 13,17,357 लोगों को टीके की खुराक दी गयी.