
मुंबई. महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण तेजी पकड़ रहा है. लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ जिलों में लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू तक लगाया गया है. इस बीच राज्य स्वास्थ्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने अपनी टीम के साथ मिलकर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए 7 बिंदु की रणनीति तैयार की है. इसमें यूनिवर्सल टेस्टिंग भी शामिल है. इसके तहत हॉटस्पॉट इलाकों में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए आरटी-पीसीआर (RT-PCR) या रैपिड एंटीजन किट से कोरोना टेस्टिंग भी शामिल है. इसमें 48 घंटे के अंदर कोरोना संक्रमितों की पहचान की जाती है.
जिन विशेषज्ञों की टीम ने यह रणनीति तैयार की है, उन्होंने नागपुर, पुणे, मुंबई, अमरावती, यवतमाल और ठाणे में बढ़ते कोरोना केस के फैलने के स्तर की समीक्षा की है. इसके बाद उन्होंने सुझाव दिया है कि सभी जिलों को एकसमान रणनीति अपनानी होगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि केंद्रों में क्वारंटाइन किया जाए, कोरोना से हो रही मौतों का ऑडिट किया जाए और सामाजिक आयोजनों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाएं.
स्वास्थ्य सचिव डॉ. व्यास ने कहा कि सभी जिलों को यह प्रोटोकॉल अपनाने होंगे. साथ ही सभी जिला कलेक्टरों से आशा है कि वह विस्तृत रिपोर्ट देंगे. बता दें कि पिछले 12 दिनों से महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं. इनमें सबसे संवेदनशील विदर्भ, मराठवाडा, पुणे और मुंबई क्षेत्र हैं.
इन क्षेत्रों में केंद्रीय टीम भी दौरा कर चुकी है और कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीकों के लिए सुझाव दे चुकी है. राज्य पर्यवेक्षण अफसर डॉ. प्रदीप अवाटे ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ ये नई रणनीति सभी जिलों में अपनाई जाएंगी. वहीं स्टेट टेक्निकल एक्सपर्ट डॉ. सुभाष सलुंके का कहना है कि लोगों को ‘एसएमएस’ रणनीति आवश्यक रूप से अपनानी चाहिए. इसे तहत सैनिटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग आते हैं.