
टोंक: महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों लो लेकर कड़े कानून बनाए गए हैं. आयोगों का गठन किया गया है. हाल ही में महिला दिवस पर कई घोषणाएं भी की गई हैं, लेकिन धरातल पर हालातों की बात की जाए तो हालात इतने बदतर है कि उनको ज़ुबानी बयान करना भी आसान नहीं है. टोंक के मालपुरा में भी मानवता को शर्मसार कर देने वाला ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है, जिसमें नाता प्रथा और प्रेम प्रसंग से जुड़े मामले को लेकर बागरिया समाज के ही लोगों ने उन्हीं के समाज की मां-बेटी पर अत्याचार, अमानवीयत की प्राकाष्ठाएं पार कर दी है.
पीड़िता और उसके परिजनों का आरोप है कि युवक ने पहले तो झांसे में लेकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे अपनी पत्नी के ससुराल वालों से पिटवाया और बेइज्जत भी कराया. घटना का पूरा वीडियो भी खुद मारपीट करने में शामिल युवकों और उसके परिजनों द्वारा बनाया गया है और उसे काफी हद तक वायरल भी किया गया. हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि मां और बेटी को सरे राह निर्वस्त्र करने और उनकी अस्मत को तार तार करने वाली भी खुद महिलाएं हैं.
नन्हे बच्चे भी इस खौफनाक मंज़र को देख कर रो और चिल्ला रहे हैं, लेकिन हैवानियत का चोला ओढे इंसान रूपी शैतानों का दिल नहीं पसीज रहा. वीडियो विचलित करने वाला है. इनके साथ हैवानियत करने वाले खुले घूम रहे हैं. दरअसल मामला पचेवर थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जहां लम्बाहरीसिंह के एक गांव की बागरिया जाती की युवती ने एक युवक से प्रेम प्रसंग के बाद उसके साथ रहने लगी, लेकिन फिर उसे छोड़ फिर से अपने माता पिता के साथ रहने लगी. यह बात प्रेमी ओर उसके रिश्तेदारों को इतनी नागावर गुज़री की उन्होंने बात करने के बहाने से युवती और उसके माता-पिता को अपने गांव बुलाकर बंधक बना लिया.
पीड़िता के पिता का तो यह भी आरोप है कि उनको एक घर में रात भर बंधक बनाकर रखा गया और इस दौरान उनके साथ जमकर मारपीट की गई. पीड़िता और उसकी मां को नंगा कर उनके गुप्तांगों (private parts) में मिर्ची भर कर उन्हें अमानवीय यातनाएं दी गई. घटना करीब एक 25 दिन पुरानी है. इसके बाद पीड़िता ने अपने परिजनों के साथ लम्बाहरीसिंह थाने में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट (Report) भी दर्ज कराई थी, जिसकी जांच के लिए फाइल महिला अत्याचार निवारण प्रकोष्ट टोंक पहुंची और टोंक से होकर वो फाइल फिर से सम्बंधित थाने लम्बाहरीसिंह के क्षेत्र के सर्किल ऑफिसर के पास चली गई. अब तक फाइल धूल फांक रही और पीड़िता और उसके परिजन न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं. पुलिस ने मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी तो दूर अब तक मामले में कोई ठोस कार्रवाई तक नहीं की है.