
जालंधर कैंट (गुलाटी)। कैंट बोर्ड के पार्षदों का कार्यकाल खत्म होने के बाद कोई भी सिविल सदस्य अब कैंट बोर्ड में नहीं रहा है। कैंट बोर्ड में सिविल सदस्य के लिेए एक पत्र रक्षामंत्राय से कैंट बोर्ड में आया है जिसमें 19 मार्च तक तीन व्यक्तियों का पैनल बना कर रक्षामंत्राय में भेजने को कहा गया है। पत्र में लिखा गया है कि जिन व्यक्तियों के नाम भेजे जाये वह किसी भी सरकारी सर्विस में न हो। इस पैनल को जीओसी द्वारा भेजा जायेगा। राजनितिक गलियारे में यह भी चर्चा है कि दो भाजपा नेताओ तथा एक पूर्व पार्षद का नाम मुख्यरुप से सामने आ रहा है और एक पूर्व पार्षद सिविल सदस्य की हौड़ में भाजपा का दामन थामने की फिराक में नजर आ रहा है।
राजनितिक गलियारे में चर्चा है कि अक्सर उसी पार्टी का सद्सय सिविल सदस्य बना है जिसकी सरकार केंद्र में होती है जबकि इस बार भाजपा की सरकार केंद्र में होने के कारण भाजपा पार्टी से सबंधित ही किसी नेता के सिविल सदस्य बनने की संभावना जताई जा रही है। एक पहले भी जब बोर्ड भंग हुआ था तब भी केंद्र सरकार में कांग्रेस की सरकार थी तब भी कांग्रेस पार्टी से सबंधित राजिन्द्र जोशी को कैंट बोर्ड का सिविल सदस्य बनाया गया था।