
नई दिल्ली: EPFO ने देश के 6 करोड़ लोगों को बड़ी राहत दी है। पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है यानी आपको इस वित्त वर्ष भी 8.5 फीसदी की दर से ही ब्याज मिलेगा। आज कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के केंद्रीय न्यासी मंडल की श्रीनगर बैठक में यह फैसला लिया है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए पीएफ राशि पर ब्याज दर की घोषणा करता है।
आपको बता दें पिछले साल मार्च में EPFO ने ब्याज दर घटाते हुए 8.5 फीसदी कर दिया गया था। आपको बता दें कि 2019-20 के लिए PF पर मिलने वाली ब्याज दर 2012-13 के बाद का यह सबसे निचला स्तर था।
आपको बता दें बैठक से पहले खबर आ रही थी कि इस साल सरकार पीएफ पर ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। देशभर में फैले कोरोना संकट की वजह से इस साल सरकार नौकरीपेशा लोगों को झटका दे सकती है, लेकिन सरकार ने ब्याज दरों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया है।
शनिवार को जारी पेरोल के आंकड़ों के मुताबिक, नए रजिस्ट्रेशन की संख्या दिसंबर में 24 फीसदी बढ़कर 12.54 लाख हो गई। यह बढ़ोतरी नवंबर 2020 के मुकाबले 44 फीसदी अधिक है। इन आंकड़ों से कोविड-19 महामारी (COVID-19) के बीच औपचारिक क्षेत्र में रोजगार की स्थिति का पता चलता है। श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) ने एक बयान में कहा कि ईपीएफओ के वेतन आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2020 में शुद्ध आधार पर 12.54 लाख खाताधारक बढ़े, जो एक अच्छा संकेत है।
अब तक कितनी रही हैं पीएफ पर ब्याज दरें-
2020-21 – 8.5 फीसदी
2019-20 – 8.5 फीसदी
2018-19 – 8.65 फीसदी
2017-18 – 8.55 फीसदी
2016-17 – 8.65 फीसदी
2015-16 – 8.8 फीसदी
2013-14 – 8.75 फीसदी