
राजनीति दखलअंदाजी के कारण दो धड़ों में बंटा निगम , दांव पर लगी मेयर की पावर
विज्ञापन ठेका रद करवाने तथा अफसरों के खिलाफ कारवाई का मामला
जालंधर/अनिल वर्मा। बीते दो सप्ताह पहले मेयर जगदीश राजा के द्वारा विज्ञापन ठेका रद् करने के लिए बुलाई हाऊस की मीटिंग की प्रीसीडिंग दो सप्ताह बीतने के बाद भी तैयार नहीं हुई है। इस मामले में राजनीति दखलअंदाजी के कारण अफसरों के साथ फिक्सिंग की बातें चर्चा में हैं। माना जा रहा है कि हाउस की प्रीसिडिंग को अफसरों के बचाव के लिए भी कानूनी सलाह ली जा रही है और ठेका लेने वाली कम्पनी के साथ भी गुप्त मीटिंगें होने की खबर है।

दूसरी तरफ विज्ञापन शाखा की चेयरमैन नीरजा जैन ने साफ किया है कि यह ठेका हरहाल में रद्द होगा। बीते दिनों बीएमसी चौंक के नजदीक लगे एक यूनिपोल को लेकर भी काफी विवाद हुआ था मौके पर पहुंची इंजीनियर शाखा ने इस यूनिपोल के साईज में काफी गड़बड़ी पाई थी। सहायक कमिशनर एसएस सिद्दू ने पार्षद नीरजा जैन की सिफारिश पर शहर के कई यूनिपोल के साईज की पैमाईश करने के आदेश दिए थे।

हाऊस मीटिंग दौरान पक्ष तथा विपक्ष ने एक सुर होकर इस ठेके को रद्द करने तथा ठेकेदार से जुर्माना वसूलने सहित मीटिंग का बायकाट करने वाले सभी अफसरों के खिलाफ कारवाई करने की सिफारिश की थी मगर अब अफसरों के बचाव में जालन्धर के विधायक उतर आए हैें तथा मेयर जगदीश राजा इस मामले में अकेले रह गए हैं। मेयर का कमिशनर के साथ पहले ही विवाद चल रहा था। विज्ञापन ठेके के कारण अब निगम में मेयर की पावर इस ठेके को रद करवाने के लिए दांव पर लगी हुई है।