
नई दिल्ली। पोल्ट्री फार्म मालिक और गाज़ीपुर मंडी में चिकन का कारोबार करने वाले व्यापारियों का दावा है कि अभी तक चिकन में बर्ड फ्लू की तस्दीक नहीं हुई है। इसके बावजूद ग्राहकों में खौफ के चलते ही बाज़ार में चिकन सस्ता हो गया है। बीते 2 दिन में ही चिकन के भाव प्रति किलो 45 रुपये तक कम हो गए हैं। एशिया की सबसे बड़ी चिकन मंडी गाज़ीपुर में ग्राहकों की आमद भी कम हो गई है। होटलों को होने वाली चिकन की सप्लाई पर भी फर्क पड़ा है।
गाज़ीपुर मंडी में रचना पोल्ट्री के नाम से चिकन का कारोबार करने वाले जमील बताते हैं कि अभी तक किसी भी पोल्ट्री में बर्ड फ्लू से बीमार मुर्गी सामने नहीं आई है, लेकिन दूसरे पक्षियों के मरने और मीडिया में बर्ड फ्लू की खबरों के चलते चिकन खाने वालों में खौफ पैदा हो गया है।
यही वजह है कि देखते ही देखते दो-तीन दिन में चिकन की डिमांड कम हो गई है। गाज़ीपुर से दिल्ली-एनसीआर समेत कुछ और दूसरे इलाकों में चिकन सप्लाई होता है। अकेले गाज़ीपुर मंडी से ही रोज़ाना 5 लाख तक मुर्गे सप्लाई हो जाते हैं, लेकिन अब यह नंबर घटने लगा है।
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60 से 70 रुपये किलो पर आ गए चिकन के रेट
जमील का कहना है कि तीन दिन पहले तक गाज़ीपुर मंडी मे 90 रुपये किलो से लेकिर 105 रुपये किलो तक चिकन बिक रहा था. चिकन के रेट मुर्गे के वजन के हिसाब से तय होते हैं. लेकिन बर्ड फ्लू की खबरें मीडिया में आते ही अब चिकन की डिमांड कम हो गई है. 6 जनवरी को चिकन 80 रुपये किलो पर आ गया था. वहीं आज 7 जनवरी को चिकन के रेट एकदम से घटते हुए 60 रुपये किलो पर आ गए हैं. जिस तरह से बर्ड फ्लू की खबरें और तेज हो गईं हैं तो उसे देखकर लगता है कि अभी चिकन के दाम और गिरेंगे.