अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह समारोह में बोले ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री
ऊना (सुशील पंडित)। सहकारिता के साथ-साथ संस्कार भी आवश्यक हैं। यह बात ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज चलोला में 67वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की वजह से पूरी संस्था बदनाम होती है, इसलिए सिस्टम में पारदर्शिता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कानून की जानकारी प्रदान करने के लिए सभाओं के सदस्यों तथा सचिवों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। वीरेंद्र कंवर ने ट्रेनिंग स्कूल के भवन निर्माण के लिए दो लाख रुपए देने की घोषणा की।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि सिस्टम में सुधार लाने के लिए प्रदेश सरकार सहकारी सभाओं के लिए एसओपी बनाने पर विचार कर रही है, ताकि खामियों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के लिए शिकायतों का समयबद्ध निपटारा भी आवश्यक है, इससे कामकाज में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि सहकारी सभाएं केवल गांव के विकास के लिए ऋण प्रदान करें, ताकि गांव में विकास के लिए धनराशि उपलब्ध हो सके। लोगों को खेती-बाड़ी तथा पशु पालन के लिए सहकारी सभाओं से ऋण मिलना चाहिए।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले गांव का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। केंद्र सरकार ने इसी दिशा में नए कृषि कानून बनाए हैं, जिसमें किसान उत्पादक संघ (एफपीओ) बनाने का प्रावधान है। यह एफपीओ भी सहकारी संस्थाओं की तर्ज पर कार्य करेंगे तथा इससे किसानों का आर्थिक शोषण बंद होगा। किसानों को अपने उत्पाद का जहां भी बेहतर मूल्य मिलेगा, उसे वहां बेचने की पूर्ण आजादी होगी।
ऊना सहकारिता आंदोलन का जनक
समारोह में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जिला ऊना सहकारिता आंदोलन का जनक है। पंजावर में वर्ष 1892 में मियां हीरा सिंह ने भू-संरक्षण सहकारी सभा गठित की थी तथा पूरे देश को सहकारिता का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि आज जिला में 377 सहकारी संस्थाएं कार्य कर रही हैं, जिनके माध्यम से जिला के लगभग 2.50 लाख लोग सहकारिता से जुड़े हैं। जिला की सहकारी सभाओं में कुल कार्यशील पूंजी 22.44 अरब रुपए हैं तथा इसमें से 5.19 अरब रुपए ऋण के रूप में सदस्यों को वितरित किए गए हैं।
यह रहे उपस्थित…
इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा, मंडल अध्यक्ष मास्टर तरसेम लाल शर्मा, महामंत्री कैप्टन प्रीतम डढवाल, मुनीष ठाकुर, केसीसी बैंक निदेशक बलवंत ठाकुर, पवन नंबरदार, जिला सहकारी विकास संघ के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, प्रदेश प्राथमिक सहकारी सभाएं कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष सर्वजीत सिंह, जिला अध्यक्ष मदन राणा, पूर्व निदेशक अमृतलाल भारद्वाज, चेयरमैन हिमकैप्स देसराज राणा, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, एसडीएम डॉ. सुरेश जसवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।