हमीरपुर/सुशील पंडित: धनवंतरि जयंती शुक्रवार को हमीरपुर में भी आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाई गई। जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी जितेंद्र सांजटा ने धनवंतरि पूजन और हवन के साथ किया। उन्होंने चिकित्सालय में उपचाराधीन रोगियों को मास्क और फल भी बांटे। इस अवसर पर जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅक्टर सरिता राणा, चिकित्सा अधीक्षक डाॅक्टर पूनम शर्मा, आयुर्वेद विभाग के अन्य चिकित्सक और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। धनवंतरि पूजन और हवन के बाद एक संगोष्ठी भी आयोजित की गई, जिसमें ‘कोविड-19 के लिए आयुर्वेद’ विषय पर व्यापक चर्चा की गई।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी जितेंद्र सांजटा ने कहा कि भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद आज भी महत्वपूर्ण है और कोरोना महामारी से लड़ाई में आयुर्वेद विभाग भी सराहनीय काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक दवाओं और काढ़े का सेवन हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे हमारा शरीर कोरोना का मुकाबल कर सकता है।
इस अवसर पर जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅ सरिता राणा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और आयुर्वेद विभाग द्वारा कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। संगोष्ठी के दौरान डाॅ अक्षय शर्मा एमडी मेडिसन आयुर्वेद और डाॅ मधु एमडी स्वस्थवृत आयुर्वेद ने कोरोना काल में आयुर्वेद के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हमारी आम दिनचर्या में उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियां और घर पर ही उपलब्ध मसाले इत्यादि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी होते हैं। कोरोना संकट के दौरान लोग इन जड़ी-बूटियों, मसालों और आयुर्वेदिक दवाओं का भरपूर उपयोग कर रहे हैं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ये काफी सहायक सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में आयुर्वेद महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।