
नी मैं नचणा श्याम दे नाल पर झूमे दर्शक
नालागढ़/सचिन बैंसल: नालागढ़ के बघेरी स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया। कथा वाचक मनीष मोदगिल ने पांचवें दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सनाई। उन्होंने बताया कि राजा कंस ने धरती पर पाप करने शुरू किए तो भगवान के जन्म लेना पड़ा। भगवान ने कंस की बहन देवकी के गर्भ से जन्म लिया। कंस को अपनी बहन देवकी बहुत ही प्यारी थी। जब उसका विवाह वासुदेव से होने लगा तो विदाई के दौरान आकाशवाणी से उसे सूचना मिली की देवकी के गर्भ से जो आठवां संतान होगी वह उसकी मौत का कारण बनेगी।
वह देवकी को उसी समय मारने लगा था लेकिन वासुदेव ने उससे देवकी की भीख मांगी और कहा कि जो भी संतान होगा उसे उसे सौंप देगे। जिस पर उसने उसे नहीं मारा और उसे कागागार में बद कर दिया। दोनों पति पत्नी कारागार में ही जीवन यापन करते थे। सभी सात संतानों को उसने मार दिया था। आठवीं संस्थान के रूप में जब भगवान श्रीकृष्ण पैदा हुए तो अपना आप सारे दरवाजे खुल गए और वासुदेव की बेडियां भी हट गई।
वासुदेव ने भगवान कृष्ण को नंदबाबा के घर गोकुल में छोड़ दिया और वहां से उनके बेटी को लेकर आ गए। जैसे ही बच्ची ने कारागार में किलकारी मारी तो सभी सुरक्षा कर्मी उठ गए और उन्होंने कंस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही कंस जैस ही उस कन्या को मारने लगा तो वह आकाश में उड़ गई और यह कहा कि तुझे मारने वाले गोकुल में है।
इस मौके पर कथा वाचक ने आज मथुरा के बीच अवतार हुआ, वृदांवन जाऊंगी री सखी व मैं नचणा श्याम से नाल अज मुझे नच लेण दे पर दर्शक झूम उठे। 21 मार्च को कथा को विराम लगेगा। इसी दिन हवन यज्ञ में पूर्णाहुति व भंडारे के आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर सचिन बैंसल, राज कुमार, लेखराम, राम किशन, महेश कुमार, जयवंश, पवन कुमार, रणजीत , बाल किशन, राम किशन समेत गणमान्य लोगों ने भाग लिया।