
अमृतसरः पिछले दिनी श्री अकाल तख्त साहिब और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज की तख्त श्री केसगढ़ में हुई ताजपोशी को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। आज दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पंजाब धर्म प्रचार कमेटी के चेयरमैन मनजीत सिंह भोमा ने श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह से उनके निवास पर मुलाकात की।
मुलाकात के बाद मनजीत सिंह भोमा ने कहा कि तख्त श्री केसगढ़ साहिब में जिस तरीके से ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज की ताजपोशी हुई है, वह मर्यादा का उल्लंघन है। वहां न तो किसी दमदमी टकसाल का कोई प्रतिनिधि था, न ही आल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन का, न ही निहंग सिंह जत्थेबंदियों का, और न ही पांच सिंह साहिबान का। जब ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज की ताजपोशी हुई, उस समय न ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि ज्ञानी रघबीर सिंह और ज्ञानी मलकीत सिंह को इसलिए सेवा मुक्त कर दिया गया क्योंकि उनका यही कसूर था कि उन्होंने कौम की भावनाओं के अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब की फैसिलिटी से जो दोषियों के खिलाफ निर्णय सुनाया था। वह बादल परिवार को स्वीकार नहीं हुआ। अकाली दल चाहता है कि जो भर्ती मुहिम अकाली दल द्वारा शुरू की गई थी, उसे ही लागू किया जाए। यह सब कुछ सुखबीर सिंह बादल को बचाने के लिए किया जा रहा है।