
अमृतसरः श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को अंतरिम कमेटी द्वारा हटाए जाने के बाद शिरोमणि अकाली दल के नेता लगातार इस्तीफा दे रहे हैं जिसके तहत बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी ज्ञानी रघबीर सिंह के पक्ष में आवाज उठाई थी और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। वहीं बिक्रम सिंह मजीठिया की तरफ से ज्ञानी रघबीर सिंह के लिए दिए बयान को लेकर ज्ञानी रघबीर सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ये इस्तीफे श्री अकाल तख्त साहिब और उसकी नैतिकता को लेकर दिए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अंतरिम कमेटी जो भी फैसला देगी, उसका वे हमेशा स्वागत करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि शिरोमणि अकाली दल के नेताओं द्वारा दिए जा रहे इस्तीफे सिर्फ गुरु के डर के तहत दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया और शिरोमणि अकाली दल के नेताओं द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए इस्तीफे दिए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल के नेता जहां इस्तीफा दे रहे हैं, वहीं ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी अपना पहला बयान जारी किया है और उन्होंने बिक्रम सिंह मजीठिया को श्री अकाल तख्त साहिब के प्रति समर्पित बताया है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति गुरु के डर से अपना फैसला देता है, उसका फैसला हमेशा अच्छा ही होता है। अब देखना यह है कि बिक्रम सिंह मजीठिया के बयान के बाद शिरोमणि अकाली दल के और कितने नेता इस्तीफा देते हैं। हालांकि, करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मुलाकात की और तीनों संस्थाओं को एकजुट करने की बात कही।