
पठानकोटः भारत सरकार एक तरफ स्वच्छता अभियान को बढ़ा रही है और साफ-सफाई रखने का संदेश दे रही है, वहीं दूसरी तरफ जिले के छोटेपुर गांव में गंदगी का आलम देखने को मिल रहा है। 1.4 करोड़ रुपए प्राप्त करने वाले इस सुंदर गांव के श्मशानघाट के पास कूड़ा फेंका जा रहा है। वहीं गांव को जाने वाली सड़क के आसपास डेयरी मालिकों द्वारा भैंसों का गोबर फेंका जा रहा है।
जिससे लोगों का रास्ते से निकलना मुश्किल हो गया है और गर्मी का मौसम आने के साथ ही लोगों को ऐसी गंदगी के कारण बीमारियां फैलने का खतरा भी सता रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए गांव के लोगों ने बताया कि लोगों के घरों से कूड़ा-कचरा एकत्र करने वाले प्रवासी मजदूर गांव के श्मशान घाट के पास कूड़ा डाल रहे हैं। जिस कारण लोगों का इस रास्ते से निकलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि आने वाला मौसम गर्मी का है जिस कारण इस स्थान पर मक्खी-मच्छर आएंगे, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
इसलिए प्रशासन व पंचायत इस ओर ध्यान देने की लोगों द्वारा अपील की गई। वहीं दूसरी ओर जब इस मामले को लेकर गांव के सरपंच पति ने बताया कि मामला उनके ध्यान में है लेकिन इसकी जानकारी नहीं है कि इस स्थान पर कूड़ा कौन फेंक रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है तथा डेयरी मालिकों को नोटिस जारी कर दिया गया है तथा विभाग द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है।