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जूबा: दक्षिणी सूडान में गर्मी के कारण विद्यार्थियों के बेहोश होने की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं छात्रों के बेहोश होने के मामलों के बाद सभी स्कूलों को 2 सप्ताह के लिए सरकारी आदेश पर बंद कर दिया गया है। स्कूल में पढ़ाई करने जाने वाले बच्चों का गर्मी से हाल बेहाल होने के चलते और हीट वेव से मौतों का अंदेशा होने के चलते यह कदम उठाया गया है।
बता दें कि दक्षिणी सूडान को जलवायु परिवर्तन के कारण बरसात के मौसम में बाढ़ तथा अन्य जटिल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह दूसरी बार है जब देश ने फरवरी और मार्च में गर्मी के कारण स्कूल बंद किए हैं। देश के उप शिक्षा मंत्री मार्टिन ताको मोई ने कहा कि ‘‘जूबा शहर में रोजाना औसतन 12 छात्र बेहोश हो रहे हैं।’’ दक्षिण सूडान के अधिकतर विद्यालयों में लोहे की चादरों से बने अस्थायी ढांचे हैं और उनमें बिजली की व्यवस्था नहीं है।
दक्षिण सूडान के पर्यावरण मंत्री जोसेफिन नेप्वोन कॉसमॉस ने लोगों से घर के अंदर रहने और पानी पीते रहने का आग्रह किया है, क्योंकि तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है। इससे गर्मी का प्रकोप और अधिक बढ़ सकता है। लोगों से धूप में बेहद जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है। शिक्षाकर्मियों ने सरकार से स्कूल कैलेंडर में संशोधन करने पर विचार करने का आग्रह किया है ताकि स्कूल फरवरी में बंद किए जाएं और अप्रैल में तापमान कम होने पर पुनः खोले जाएं।